कितना खतरनाक है कोरोना का नया डेल्टा प्लस वेरियंट, जानिए इससे जुड़ी सारी बड़ी बातें

वीडियो डेस्क। देश में कोरोना की दूसरी लहर में कम होते आंकड़ो के बीच नए वेंरिएंट अब चिंता बढ़ा दी है।  भारत में इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न माना गया है। कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट का ही बदला हुआ रूप है। डेल्टा वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में आए एक बदलाव (म्यूटेशन) के कारण डेल्टा प्लस बना। 

/ Updated: Jun 24 2021, 01:14 PM IST

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वीडियो डेस्क। देश में कोरोना की दूसरी लहर में कम होते आंकड़ो के बीच नए वेंरिएंट अब चिंता बढ़ा दी है।  भारत में इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न माना गया है। कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट बेहद संक्रामक डेल्टा वैरिएंट का ही बदला हुआ रूप है। डेल्टा वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में आए एक बदलाव (म्यूटेशन) के कारण डेल्टा प्लस बना। स्पाइक प्रोटीन से ही वायरस शरीर में फैलता है। भारत में अब तक  नए वेरिएंट के 40 मरीज सामने आ चुके हैं।  इनमें से 21 केस महाराष्ट्र में हैं। बाकी मामले मध्य प्रदेश, केरल और कर्नाटक में है इनमें एक 4 साल का बच्चा भी है। डेल्टा प्लस का पहला केस भोपाल में एक 64 साल की महिला में मिला जो होम आइसोलेशन में रहते हुए घर पर ही ठीक हो गई। वहीं एमपी के शिवपुरी में डेल्टा प्लस से संक्रमित चार लोगों की मौत हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि डेल्टा प्लस, कोरोना की दूसरी लहर से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। सरकार डेल्टा प्लस के मामलों पर करीब से नजर रख रही है ताकि इसे फैलने से रोका जा सके। जिन राज्यों में इसके मामले मिले हैं, उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पत्र भी लिखा है। कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट पर कोरोना वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी इस पर भी शोध किया जा रहा है। हांलांकि एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने से कोरोना के नए वैरिएंट से बचा जा सकता है। इसके लिए डबल मास्क लगा कर रखें साथ ही भीड़ भाड़ वाली जगह पर ना जाएं।