शर्मनाक हॉस्टिपल: नसबंदी के बाद महिला मरीजों से भेड़ बकरियों की तरह किया बर्ताव, देखें...
बता दें कि दो दिन पहले मध्य प्रदेश के ग्यारसपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लिटाने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि छतरपुर के जिला अस्पताल से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां महिलओं को फर्श पर सोने के लिए मजबूर किया गया।
छतरपुर. मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। जहां छतरपुर के एक सरकारी अस्पताल में महिलाओं को नसबंदी सर्जरी के बाद फर्श पर सोने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं इलाज के बाद उन्हें स्ट्रेचर तक नहीं मिला, जिसकी वजह से उनके परिजन उन्हें हाथों में उठाकर फर्श पर लिटा दिया। ऐसे लिटाने से महिलाओं को इंफेक्शन का खतरा भी था। जब मामला बढ़ा तो हॉस्टिपल के सिविल सर्जन आर त्रिपाठी ने कहा कि "प्रति दिन नसबंदी के लगभग 30 मामले हैं। बिस्तर की सुविधा प्रदान करने के लिए, हमें बेहतर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है" बता दें कि दो दिन पहले ऐसी ही लापरवाही एमपी के ग्यारसपुर के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। जहां नसबंदी ऑपरेशन के बाद 41 महिलाओं को जमीन पर लिटा दिया था।