Video: आजादी के बाद खेल में 7 कीर्तिमान

15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की हुकूमत से आजाद हुआ। आजादी के बाद एक नई ऊर्जा के साथ भारत ने हर क्षेत्र में उड़ान भरना शुरू किया। अन्य क्षेत्रों की तरह ही भारत ने खेल में भी अलग छाप छोड़ी। सात दशकों में इन 7 उपलब्धियों ने विश्व खेल पटल पर भारत को अलग पहचान दिलाई।

/ Updated: Aug 14 2019, 08:55 PM IST
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15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की हुकूमत से आजाद हुआ। आजादी के बाद एक नई ऊर्जा के साथ भारत ने हर क्षेत्र में उड़ान भरना शुरू किया। अन्य क्षेत्रों की तरह ही भारत ने खेल में भी अलग छाप छोड़ी। सात दशकों में इन 7 उपलब्धियों ने विश्व खेल पटल पर भारत को अलग पहचान दिलाई।

1- आजादी के एक साल बाद 1948 में लंदन ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने इंग्लैंड को 4-0 से हराकर पहला गोल्ड मेडल जीता। यह ओलिंपिक में आजाद भारत का पहला पदक था। हॉकी में भारत ने 1952, 1956, 1964 और 1980 में गोल्ड जीते। 
2- 1951 में भारत ने एशियाई खेलों की मेजबानी की। इसमें भारत ने 15 गोल्ड मेडल के साथ 51 पदक जीतें। भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। स्थान के मामले में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। पदक के मामले में भारत ने 2018 में 15 गोल्ड, 24 सिल्वर समेत 69 पदक जीते। 
3- 1952 ओलिंपिक में भारत ने पहला व्यक्तिगत ओलंपिक मेडल जीता। फिनलैंड में हुए ओलंपिक खेलों में भारत के केडी जाधव ने फ्री स्टाइल रेसलिंग में कांस्य जीतकर, देश को पहला व्यक्तिगत ओलंपिक मेडल जिताया।
4-1958 में राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार भारत ने स्वर्ण मिला। मिल्खा सिंह ने दौड़ और लीला राम सांगवान ने रेसलिंग में स्वर्ण पदक जीता।
5- 1958 में मिहीर सेन ने पहली बार इंग्लिश चैनल पार किया। वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय थे। 1965 में भारतीय सेना की टीम ने अवरात सिंह छीमा के नेतृत्व में 1965 में पहली बार माउंट एवरेस्ट फतह किया। कुल 9 लोग एवरेस्ट पीक पर पहुंचे।
6- अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत गोल्ड जीता। इसके बाद भारत ने 2012 लंदन ओलिंपिक में अब तक सबसे ज्यादा 6 पदक (2 रजत, 4 कांस्य) जीते।
7- भारत ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी में वेस्टइंडीज को हराकर पहला विश्वकप जीता। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में पाकिस्तान को हराकर पहला टी-20 विश्वकप भी जीता। धोनी की कप्तानी में 2011 में श्रीलंका को हराकर भारत विश्व विजेता बना।