कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे गौतम गुरुंग, शहादत दिवस में सेना के जवानों ने दिया खास सम्मान

यूपी के जिले गोरखपुर में कारगिल युद्ध में शहीद गौतम गुरुंग का शुक्रवार को शहादत दिवस के मौके पर सेना के जवानों ने खास सम्मान दिया है। इस युद्ध में शहीद गौतम गुरुंग की उम्र 23 साल की थी। उनके शहादत दिवस के मौके पर सेना के रिटायर्ड जवानों ने श्रद्धांजलि दी। 

/ Updated: Aug 05 2022, 04:04 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

गोरखपुर: देश की सेवा करते हर फौजी अपने जान कि परवाह किए बिना देश के खातिर शहीद हो जाते है और यह सिलसिला लगातार बना रहता है। वहीं कारगिल युद्ध में शहीद होने वाले हर जवान देशवासियों के दिलों में बसे हुए है। गौतम गुरुंग एक ऐसा नाम जो 23 साल की उम्र में कारगिल के युद्ध में शहीद हो गए। शहीद गौतम गुरुंग अपने मां-बाप के इकलौते बेटे थे। शहर में जब कूड़ाघाट की ओर लोग बढ़ते हैं, तो वहां पर गौतम गुरुंग की मूर्ति को स्थापित किया गया है। उस चौराहे को गौतम गुरुंग चौराहे के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन 5 अगस्त को गौतम गुरुंग की शहादत दिवस को मनाने के लिए भीड़ लगती है। आज 5 अगस्त को फिर से उनकी शहादत दिवस को बकायदा मनाया गया।

आपको बता दें गौतम गुरुंग के पिता सेना में कार्यरत थे, अब वह रिटायर्ड हो चुके हैं। गौतम गुरुंग को उनके शहादत की खातिर 'मरणोपरांत सेना मेडल' से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं अपने बेटे गौतम गुरुंग की शहादत दिवस को मनाने के लिए पिता 5 अगस्त को देहरादून से यहां आते हैं। फिर तमाम सेना के रिटायर्ड जवान और गोरखपुर के लोग गौतम गुरुंग चौराहे पर इकट्ठा होकर, उन्हें श्रद्धांजलि देकर उन्हें याद करते हैं और उनकी शहादत दिवस को मनाया जाता है।