ज्ञानवापी विवाद: जानिए उन 5 महिलाओं के बारे में, जिनकी मांग पर हो रहा सर्वे, कैसे आया ये विचार

ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का कार्य शनिवार को पूरा हुआ। इस बीच एडवोकेट कमिश्रन की मौजूदगी में टीम ने एक-एक चीज का निरीक्षण बारीकी के साथ किया। इस बीच वहां तकरीबन 50 लोग मौजूद रहें। 

/ Updated: May 14 2022, 08:17 PM IST
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वाराणसी: कोर्ट की ओर से आए फैसले के बाद ज्ञानवापी परिसर में पहले दिन का सर्वे शनिवार को पूरा हो गया। एडवोकेट कमिश्नर की मौजूदगी में यहां टीम ने एक-एक चीज का निरीक्षण बारीकी से किया। निरीक्षण के दौरान एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र के साथ वादी-प्रतिवादी पक्ष के 50 से ज्यादा लोग परिसर में मौजूद थे। 

यह परिसर कई सालों से विवाद में रहा है। लेकिन यह उस दौरान ज्यादा चर्चाओं में आया जब कोर्ट की ओर से सर्वे का आदेश दिया गया। यह सर्वे का आदेश पांच महिलाओं की ओर से दाखिल की गई याचिका को लेकर दिया गया है। जिन पांच महिलाओं की याचिका पर यह आदेश दिया गया है वह लक्ष्मी देवी, राखी सिंह, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक हैं। इस मामले की अगुवाई राखी सिंह कर रही हैं।

श्री काशी विश्वनाथ में दर्शन के दौरान हुई थी मुलाकात
चर्चाओं में आई पांच महिला सहेली है। उनकी मुलाकात श्री काशी विश्वनाथ में दर्शन के दौरान हुई थी। मंजू बताती हैं कि उन सभी की मुलाकात मंदिर में हुई और वह सहेली बन गई। वह सत्संग में भी जाती थीं। इस बीच सभी ने मिलकर सोचा कि कोई ऐसा काम किया जाए कि मां श्रृंगार गौरी का मंदिर खुल जाए इसी के साथ वह सभी रोजाना वहां जाकर दर्शन का लाभ उठा सकें। आइए जानते हैं सभी महिलाओं के बारे में 

राखी सिंह 
इस मामले की अगुवाई दिल्ली के हौज खास की रहने वाली राखी सिंह कर रही हैं। इस मामले को 'राखी सिंह और अन्य बनाम उत्तर प्रदेश सरकार' का  नाम दिया गया है। राखी का दूसरा मकान लखनऊ के हुसैनगंज में स्थित है। 


लक्ष्मी देवी 
लक्ष्मी वाराणसी के महमूरगंज इलाके की रहने वाली हैं। उनके पति डॉक्टर सोहन लाल आर्य के द्वारा 1996 में भी ज्ञानवापी को लेकर एक मामला दर्ज करवाया गया था। उसके बाद ज्ञानवापी का निरीक्षण भी हुआ था हालांकि सर्वे नहीं हो पाया। 

सीता साहू 
चेतनगंज निवासी सीता साहू समाज सेविका हैं। उनके पति का नाम बाल गोपाल साहू हैं। सीता का कहना है कि वह कई बार मां श्रृंगार गौरी की पूजा करने के लिए आगे आ चुकी हैं। उनकी ओर से दावा किया जा रहा है कि मां श्रृंगार गौरी का मंदिर मस्जिद के अंदर बना है। हालांकि हम लोग वहां नहीं जा सकते। सिर्फ बाहर से ही पैर छू लेते हैं। हमारी आराध्य देवी का मंदिर मस्जिद के अंदर है और उसे कब्जे से मुक्त करवाना है। 

मंजू व्यास 
मंजू व्यास भी वाराणसी की रहने वाली हैं। उनका घर राम घाट में है। उनके पति का नाम विक्रम व्यास है। मंजू भी समाज सेविका हैं। मंजू का कहना है कि मां श्रृंगार गौरी के दर्शन की अनुमति होनी ही चाहिए। अभी तक लोग चौखट से दर्शन कर वापस लौट आते हैं। 

रेखा पाठक 
रेखा का घर वाराणसी के हनुमान फाटक के पास में है। उनके पति का नाम अतुल कुमार पाठक है। उनका कहना है कि सभी के लिए यह आस्था का केंद्र है। इस पर कब्जा हुआ है और इसे छुड़ाने तक लड़ाई को जारी रखा जाएगा।

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