यूपी में तेज हुआ 'लाउडस्पीकर अभियान', लखनऊ में धार्मिक स्थलों से हटवाए गए 400 से ज्यादा लाउडस्पीकर
राजधानी लखनऊ में धार्मिक स्थलों से 433 लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं, इस काम में सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने प्रशासन का सहयोग किया। वहीं कानपुर की बात करे तो कानपुर कमिश्नरेट और आउटर इलाकों के धार्मिक स्थलों से करीब 70 लाउडस्पीकरों को हटाया गया है। सबसे ज्यादा संख्या में लाउडस्पीकर मंदिरों और मस्जिदों से हटाए गए।
लखनऊ: पूरे देश में इस समय धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गरमाई हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने का आदेश दिया है, जिसका अब असर भी देखने को मिलने लगा है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के बाद धार्मिक स्थलों पर लगे 17 हजार लाउडस्पीकरों की आवाज धीमी हो गई है। साथ ही 125 जगहों से ध्वनि यंत्रों को हटा दिए गए हैं। वहीं राजधानी लखनऊ में भी धार्मिक स्थलों से 433 लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं।
राजधानी लखनऊ में धार्मिक स्थलों से 433 लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं, इस काम में सभी धर्मों के धर्मगुरुओं ने प्रशासन का सहयोग किया। वहीं कानपुर की बात करे तो कानपुर कमिश्नरेट और आउटर इलाकों के धार्मिक स्थलों से करीब 70 लाउडस्पीकरों को हटाया गया है। सबसे ज्यादा संख्या में लाउडस्पीकर मंदिरों और मस्जिदों से हटाए गए। शासन के आदेश को मानकर लगभग सभी जगह लोगों ने खुद ही लाउडस्पीकर उतार लिया।
वही कल्यानपुर स्थित आशा देवी मंदिर के पुजारी आशु महाराज का कहना है कि मंदिर में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता ही नहीं है। साथ ही पनकी मंदिर महंत कृष्ण दास ने बताया कि मंदिर में घंटा घड़ियाल बजाकर ही आरती होती है। लाउड स्पीकर का प्रयोग नही होता है। नर्वल और महाराजपुर में करीब छह लाउडस्पीकर हटवाए गए। सलेमपुर स्थित बालाजी मंदिर और ब्रह्मदेव मंदिर से भी लाउडस्पीकर हटवाए गए बिल्हौर चौकी प्रभारी रवि दीक्षित ने बताया कि चार धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए।
वहीं सोमवार को यूपी के ADG प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया, "हमने लगभग 125 लाउडस्पीकर उतरवा लिए हैं और लोगों ने लगभग 17,000 स्पीकर की आवाज स्वेच्छा से कम की है।