जब कानपुर में IIT स्टूडेंट के बीच पहुंचे PM Modi, देखने लायक था वहां का नजारा-देखें VIDEO
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के मन में देश के लिए कुछ करने का जज्बा भी जगाया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पूर्ण स्वतंत्रता का मूल स्वरूप है, जहां हम किसी पर निर्भर नहीं रहेंगे।
कानपुर: आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के 54वें दीक्षांत समारोह के बीच पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) छात्रों से बातचीत की। उस दौरान दीक्षांत समारोह का नजारा देखने लायक था। कोरोना प्रोटोकॉल (Covid protocol) का पालन करते हुए छात्रों ने समान वेश भुषाएं पहन रखी थीं। पीएम मोदी (PM Modi) ने समारोह का हिस्सा बने सभी छात्रों को शुभकामनाएं दी। इतना ही नहीं, उन्होंने युवाओं के मन में देश के लिए कुछ करने का जज्बा भी जगाया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पूर्ण स्वतंत्रता का मूल स्वरूप है, जहां हम किसी पर निर्भर नहीं रहेंगे। इस दौरान उन्होंने छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने के दौरान रास्ते में आने वाले संघर्षों के बारे में भी बताया।
छात्रों को पीएम मोदी ने दिया गुरुमंत्र
उन्होंने कहा जब एक बार जब आप कॉलेज से बाहर कदम रखते हैं, तो सफलता के शॉर्टकट के साथ बहुत सारे लोग आपके पास आएंगे। लेकिन जब आराम और चुनौती के बीच चयन करने के लिए कहा गया, तो मैं आप सभी को सलाह दूंगा बाद के लिए जाने के लिए। जो चुनौतियों का सामना करता है और कुशल समाधानों के साथ उन पर विजय प्राप्त करता है, वह सबसे बड़ी ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। पीएम मोदी ने आईआईटी कानपुर से नव उपाधि प्राप्त युवाओं को सफलता के कुछ ऐसे ही खास मंत्र बताए,आइए नजर डालते हैं उनकी प्रमुख बातों पर।
छात्रों से बोले पीएम मोदी- आत्मनिर्भर भारत के लिए बनें अधीर
मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही होगी लेकिन मैं चाहता हूं कि आप भी इसी तरह आत्मनिर्भर भारत के लिए अधीर बनें। आत्मनिर्भर भारत, पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप ही है, जहां हम किसी पर भी निर्भर नहीं रहेंगे। आईआईटी कानपुर के जरिए आपको ऐसा साहस मिला है जो आपको अपने सपने पूरे करने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे में आपको इन सपनों को पूरे करने से कोई नहीं रोक सकता। आपने अपनी युवा अवस्था के इतने महत्वपूर्ण वर्ष टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट बनने में लगाए हैं। आपके पास तो भारत के साथ पूरे विश्व में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में योगदान करने का बहुत बड़ा अवसर है। ये दौर यानि 21वीं सदी जो पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इस दशक में तकनीक अलग-अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा और बढ़ाने वाली है। बिना टेक्नोलॉजी के जीवन अब एक तरह से अधूरा ही होगा। ऐसे में युवाओं के पास अपार मौके हैं। मुझे विश्वास है कि आप टेक्नोलॉजी की प्रतिस्पर्धा के युग में जरूर आगे निकलेंगे।
पीएम मोदी ने भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए युवाओं को 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' और 'ह्यूमन इंटेलिजेंस' के बारे में भी सोचने को कहा। हालांकि उन्होंने इस दौरान स्टूडेंटस को सलाह दी कि वे इंटरनेट ऑफ थिंग्स' पर काम करें लेकिन 'इमोशन ऑफ थिंग्स' को कभी न भूलें। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि 'कोडिंग' पर काम जरूर करें, पर लोगों से 'कनेक्शन' भी बना रहे। मतलब पीएम ने युवाओं को इंटरनेट के इस मायाजाल को सुलझाने के साथ वास्तिवक रिश्तों को निभाने पर भी जोर दिया।