व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के 5वें सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने गुजरात और रूस की सांस्कृतिक समानता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गुजरात में जब किसी से विदा लिया जाता है तो बाय-बाय नहीं कहते हैं, बल्कि आवजो कहते हैं। इसका मतलब होता है कि आप जल्दी आईए। यहां रूस में बाय-बाय की बजाय दसविदानियां कहते हैं। इसके बाद मोदी ने कहा, मैं आप सबको कहता हूं आवजो, दसविदानिया। इसके बाद हिंदी में कहा, बहुत बहुत धन्यवाद। फिर रूसी भाषा में कहा, स्पासिबा बलसोई। इसका मतलब भी होता है बहुत-बहुत धन्यवाद।