हरियाणा विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक हुई है। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। बैठक में सत्र की अवधि और सत्र के मुद्दे को लेकर चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देशय था बजट पेश होने की तारीख में बदलाव करना। जिसे बदलकर 8 मार्च कर दिया गया है। अब मुख्यमंत्री 8 मार्च को आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 का वार्षिक बजट पेश करेंगे।
बजट में सरकार ने एलान किया है कि किसानों को दलहन और तिलहन के बीज फ्री में उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि राज्य में दलहन और तिलहन की उपज को बढ़ावा मिल सके और किसानों को बुवाई के वक्त वक्त राहत दी जा सके।
Bihar Budget 2022: इस बार बिहार का बजट (Bihar Budget 2022) करीब 2.37 लाख करोड़ रुपए का है। इसका मतलब है कि पिछले बजट (Bihar Budget)के मुकाबले इस बार के बजट में करीब 20 हजार करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिला है।
सात निश्चय-2 योजना के तहत युवा शक्ति बिहार की प्रगति, बाजार के रूप संस्थानों में गुणवत्ता अनुरूप प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 89 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का चयन किया गया है। सरकार का फोसक युवाओं की प्रगति के साथ राज्य के विकास पर है।
बिहार में नीतीश कुमार सरकार आज अपना 2 लाख 37 हजार करोड़ का बजट पेश (Bihar Budget 2022) किया। जिसे उनके वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) विधान मंडल में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया है। वित्त मंत्री ने पूरे बजट को विकास के 6 सूत्रीय मॉडल के जरिए बताया है। पूरा बजट स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक कल्याण पर आधारित है
Bihar Budget 2022: कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। वैश्विक इकोनॉमी (Global Economy) में तीन फीसदी की कमी आई है। वहीं बिहार की इकोनॉमी इजाफा देखने को मिला है। बिहार वित्त मंत्री ने जो वित्त वर्ष 2022-23 (Bihar GDP Estimate) का जो अनुमान लगाया है वो भारत की जीडीपी अनुमान (India GDP Estimate) से थोड़ा कम है।
बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग और उद्योग विकास, कृषि, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का विकास, जनकल्याणकारी योजना को 6 बिंदुओं में शामिल किया गया है। 2022-23 के बजट में जीडीपी 9.8 प्रतिशत होने का अनुमान है।
Bihar Budget 2022: वित्त वर्ष 2021-22 के बजट 2.18 लाख करोड़ रुपए यानी 28.87 अरब डॉलर के आसपास था। जोकि यमन (Yemen), जिम्बॉब्वे (Zimbabwe), अफगानिस्तान (Afghanistan) जैसे 100 देशों की जीडीपी (GDP) से भी ज्यादा है।
16 मई 1952 को पहला बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिंह ने बिहार की जनता से कंजूसी करने का आग्रह किया था। 1951 में बिहार को खाद्यान्न की भारी कमी हो गई थी। केंद्र ने बिहार को 7 लाख 61 हजार टन खाद्यान्न भेजा था।
Bihar Budget 2022: वित्त वर्ष 2012-13 के बजट में बिहार का बजट (Bihar Budget) 80 हजार करोड़ रुपए भी नहीं था, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 2.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया था। जिसके आगामी वित्त वर्ष में 2.40 (Bihar Budget 2022) लाख करोड़ रुपए के पार जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।