कुछ लोग हमेशा परेशानियों का रोना रोते रहते हैं। उन्हें यही लगता है दुनिया की सारी मुसीबतें उनके ही पास है। और वे हमेशा यही सोचते हैं कि काश उनकी सारी समस्या एक साथ खत्म हो जाए और वो आराम से अपनी जीवन बीता सके।
दुनिया में लालचियों की कमी नहीं है, लेकिन कुछ लोग लालच में आकर सही अवसर को नहीं पहचान पाते, जिसके कारण उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है। फायदा इसी में ही कि सही समय पर सही निर्णय ले लिया जाए तो ही भविष्य में फायदा हो सकता है।
कई बार आदमी क्रोध में ऐसा कुछ कर बैठता है कि बाद में उसके बाद पछताने के लिए कुछ नहीं बचता। ऐसी स्थिति में उसके साथ किसी प्रकार का वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वो हमारा भी अहित कर सकता है। इस स्थिति में चुप रहना ही सबसे अच्छा विकल्प होता है।
कई बार हम सिर्फ उतना ही काम करते हैं, जितना हमसे कहा जाता है। जबकि उस काम को और बेहतर करने की गुंजाईश रहती है, लेकिन हम सोचते हैं कि हमें जितना पैसा मिल रहा है, सिर्फ उतना ही काम करना है।
कुछ कामों में सफलता बड़ी आसानी से मिल जाती है तो कुछ कामों में कड़ी मेहनत करने के बाद भी थोड़ी देर से सफलता मिलती है। कुछ लोग लक्ष्य के अंतिम पड़ाव पर पहुंचते-पहुंचते थक जाते हैं और निराश होकर हार मान लेते हैं। जबकि अंतिम समय तक हमें रुकना नहीं चाहिए, तभी सफलता मिल सकती है।
आज-कल छोटी-छोटी बातों पर लोग एक-दूसरे से दूरियां बना लेते हैं। सालों पुराने संबंध एक पल में तोड़ देते हैं, भले ही उन बातों में कोई सच्चाई हो या न हो। बिना सोचे-समझे इस तरह संबंध खराब करना आम बात हो गई है।
कई बार जीवन में हमें विपरित परिस्थिति का सामना करना पड़ता है। कुछ लोग इस स्थिति में टूट जाते हैं तो कुछ और निखर जाते हैं। ऐसी स्थिति जीवन में सभी लोगों के साथ कभी न कभी जरूर बनती हैं।
मध्यकालीन संतों में तुकारामजी का नाम बड़े ही आदर से लिया जाता है। 17वीं शताब्दी के भारतीय महापुरुषों में अग्रणी संत तुकाराम का जन्म महाराष्ट्र में पुणे के पास देहू गांव में हुआ था। महाराष्ट्र के जनमानस पर आज भी संत तुकाराम की अमिट छाप है।
आज के समय में समस्या किसे नहीं है। सभी की अपनी-अपनी परेशानियां होती हैं और समय रहते उनका समाधान भी हो जाता है। कुछ लोग छोटी सी समस्या को भी इतना बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं कि मानों दुनिया में सबसे ज्यादा परेशान वहीं है।
आज के समय में पति-पत्नी के बीच विवाद होना आम बात है। कई बार ये विवाद आसानी से सुलझ जाता है तो कई बात बहुत गंभीर हो जाती है। पति-पत्नी में विवाद होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब रोज-रोज ऐसा होने लगे तो समझ लीजिए ये आपके रिश्ते के लिए ठीक नहीं है।