किसानों को गुरुवार को केंद्र से उनकी लंबित मांगों पर सहमति का औपचारिक पत्र मिल गया है, जिसके बाद सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर सालभर से डटे किसानों ने अपना विरोध वापस ले लिया और घर लौटने लगे हैं। किसानों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर सीएम बघेल ने कहा- ‘किसानों ने अपना आंदोलन वापस नहीं लिया है।
किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद दिल्ली की सीमा पर एक साल से डटे किसान घर लौट रहे हैं। बहुत से किसान शुक्रवार को लौट गए। वहीं, बाकी बचे किसान आज विजय रैली के बाद सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन स्थल खाली करेंगे।
378 दिनों तक सीमा पर डटे रहे इन किसानों ने अभी आंदोलन खत्म नहीं करने का ऐलान किया है, लेकिन पिछले 24 घंटे में तकरीबन 15 ट्रैक्टर किसानों के साथ बॉर्डर से घर वापसी के लिए निकल चुके हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) में विपक्ष की तेवर लगातार तीखे बने हुए हैं। राज्यसभा के MPs के निलंबन का मुद्दा हो या नागालैंड फायरिंग और किसान आंदोलन की बात; विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है। आज भी विपक्ष इन्हीं सब मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ संसद भवन में गांधीजी की प्रतिमा के आगे धरना-प्रदर्शन करता रहा।
तीनों कृषि कानून(AgricultureBill) रद्द होने के बाद भी किसान आंदोलन खत्म होने पर पेंच फंसा हुआ है। किसान संगठन सरकार से किसानों पर दर्ज केस वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। आंदोलन खत्म होने के मामले में 8 दिसंबर को फिर संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukta Kisan Morcha) की सिंघु बॉर्डर पर बैठक हुई। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukta Kisan Morcha) की सिंघु बॉर्डर पर 7 दिसंबर को फिर बैठक हुई। इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं होते, आंदोलन जारी रहेगा।
महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित एक कमीशन एजेंट की बिक्री रसीद में, एक किसान बप्पू कावड़े ने बाजार में 1,123 किलो प्याज भेजा और बदले में केवल 1,665.50 रुपये मिले।
सिंघु बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की आज बैठक होगी। महापंचायत में किसान नेता आगे की रणनीति तय करेंगे। बैठक में एमएसपी पर समिति गठन के लिए केंद्र सरकार को पांच नाम भेजने पर फैसला हो सकता है।
2016 में पेप्सिको (Pepsico) ने पैकेट बंद लेज पोटैटो चिप्स (Lays potato Chips) में इस्तेमाल होने वाले आलू की वैरायटी FL 2027 का रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसके तहत इस बीज के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स कंपनी के पास आ गए थे।
कंगना रनौत शुक्रवार को पंजाब के कीरतपुर साहिब से गुजर रही थीं कि किसानों के समूह ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और माफी मांगने को कहने लगे।