देश में कोरोना के बढ़ते केस को लेकर पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। बैठक में अमित शाह भी मौजूद हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से 1000 अतिरिक्त आईसीयू बेड्स की मांग की है।सीएम ने पीएम मोदी से प्रदूषण के मसले पर दखल देने की अपील की है।
कोरोना वायरस की वैक्सीन बना रही विभिन्न कंपनियों की वैक्सीन ट्रायल के परिणाम सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन एस्ट्राजेनेका, AZD1222, को कोरोना के खिलाफ 70 प्रतिशत प्रभावी बताया जा रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछे। इस पर भाजपा ने जवाब दिया। भाजपा नेता और पार्टी के विदेशी मामलों के प्रभारी डॉक्टर विजय चौथाईवाले ने कहा, कोरोना वैक्सीन का चयन कांग्रेस अध्यक्ष जितना आसान नहीं है।
कोरोना की किसी प्रभावी वैक्सीन का इंतजार लोग पिछले कई महीनों से कर रहे हैं, लेकिन अब उनका इंतजार खत्म होने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स के लिए कोरोना का टीका अगले साल जनवरी या फरवरी की शुरुआत में उपलब्ध हो सकता है।
पूरी दुनिया कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रही है। इसी बीच एक अच्छी खबर भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में 11 दिसंबर से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। वहीं, ब्रिटेन और जर्मनी में भी दिसंबर से औपचारिक तौर पर कोरोना का टीका लगने लगेगा। जर्मनी के हेल्थ मिनिस्टर ने इसकी पुष्टि भी की है।
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में दुनियाभर के तमाम देश कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। इसी बीच अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना ने कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है। कंपनी ने दावा किया है कि उसकी कोरोना वैक्सीन 94.5 फीसदी असरदार है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन वितरण और प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। पीएम मोदी ने कोविड -19 वैक्सीन, परिवहन और वैक्सीन प्राथमिकता समूहों के लिए डिजिटल डेटाबेस की तैयारियों के बारे में पूछा।
वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने गुरुवार को कहा कि ऑक्सफोर्ड कोविड -19 वैक्सीन अगले साल की 20 फरवरी तक उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य वर्करों और बुजुर्गों को सबसे पहले यह दवा दी जाएगी। इसकी कीमत अधिकतम 1,000 रुपए होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि कोरोना वायरस वैक्सीन अगले तीन-चार महीनों में तैयार हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि 135 करोड़ भारतीयों को इसे मुहैया कराने की प्राथमिकता वैज्ञानिक मूल्यांकन पर आधारित होगी।
अमेरिका की बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया। कंपनी का कहना है कि वैक्सीन कोरोना के मरीजों के लिए 94.5% तक असरदार है। मॉडर्ना ने यह दावा तीसरे यानी अंतिम चरण के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों के आधार पर किया गया। खास बात ये है कि वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में 30 दिन तक सुरक्षित रह सकती है।