वर्तमान समय में बच्चों के लिए अलग से स्टडी रूम बनाए जाते हैं। ताकि बच्चे वहां आराम से पढ़ाई कर सकें।
इस बार नए साल 2020 की शुरूआत बुधवार से हो रही है। इसे भगवान श्रीगणेश का दिन माना जाता है। इसलिए बुधवार को श्रीगणेश की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 29 दिसंबर, रविवार को है।
विवाह, जन्मदिन या किसी अन्य शुभ अवसर पर उपहार देने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। काफी लोग देवी-देवताओं की मूर्तियां भी उपहार में देते हैं।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं।
हर प्रेग्नेंट महिला चाहती है कि उसकी होने वाली संतान हेल्दी और किस्मत वाली हो। उसके जीवन में कभी कोई परेशानी न हो।
भगवान श्रीगणेश के विभिन्न स्वरूप समस्त दिशाओं में हमारी रक्षा करते हैं। अगर आप वास्तु देवता को प्रसन्न करना चाहते है तो गणेश जी की पूजा अत्यंत शुभ फल देती है।
भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को व्रत किया जाता है, इसे गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 15 नवंबर, शुक्रवार को है।
प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 31 अक्टूबर, गुरुवार को है।
हर पति-पत्नी यही चाहते हैं कि उनकी संतान स्वस्थ और सुंदर और सौभाग्यशाली हो। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके यहां संतान का जन्म नहीं हो पाता। इसके कई कारण हो सकते हैं।