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वह फिल्म जिसके लिए एक्ट्रेस ने तीन कैमरों के सामने कराई थी अपनी डिलीवरी, मच गया था बवाल
एंटरटेनमेंट डेस्क. भारतीय सिनेमा में ऐसी कई फ़िल्में आई हैं, जो किसी ना किसी वजह से विवादों में रही हैं। ऐसी ही एक फिल्म है 'कालीमन्नू' जो 2013 में रिलीज हुई थी। मलयालम भाषा में बनी यह फिल्म एक्ट्रेस की लाइव डिलीवरी दिखाई जाने की वजह से विवादों में घिर गई थी। फ्राइडे फ्लैशबैक की आज की कड़ी में हम आपको इसी फिल्म के बारे में बता रहे हैं तो आइए नज़र डालते हैं कि क्या है पूरा माजरा....
| Published : Aug 26 2022, 10:49 AM IST
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'कालीमन्नू' का निर्देशन ब्लेसी ने किया था और इसमें श्वेता मेनन, बीजू मेनन, सुहासिनी और वाइस्ता मेनन ने महत्वपूर्ण रोल निभाए थे। यह फिल्म 22 अगस्त 2013 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।
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फिल्म की कहानी मुंबई की एक स्ट्रीट डांसर मीरा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो बड़े पर्दे पर आना चाहती है। लेकिन फिल्ममेकर्स रोल का ऑफर देकर उसका शोषण करते हैं। परेशान होकर मीरा सुसाइड करना चाहती है, लेकिन इसी दौरान श्याम नाम का टैक्सी ड्राइवर उसकी जिंदगी में आता है और उसकी लाइफ बदल जाती है। दोनों की शादी होती है और मीरा करियर भी आगे बढ़ने लगता है। लेकिन इसी दौरान एक सड़क दुर्घटना के बाद श्याम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया जाता है। अकेली मीरा आर्टिफिशियल इन्सेमीनेशन के माध्यम से मां बनने का फैसला लेती है। लेकिन उसे अपने पैरेंटिंग राइट्स के लिए लड़ना होता है, क्योंकि मां बनने की उसकी तकनीक के कारण मीडिया में उसकी खूब आलोचना होती है।
चूंकि फिल्म की शूटिंग के दौरान श्वेता सच में प्रेग्नेंट थीं। इसलिए मेकर्स ने उनकी लाइव डिलीवरी दिखाने का फैसला लिया। डायरेक्टर ब्लेसी से एक बातचीत में बताया था कि जब श्वेता को पांच महीने का गर्भ था, उन्होंने तब से उनकी डिलीवरी सीक्वेंस की शूटिंग शुरू कर दी थी। श्वेता को भी लाइव डिलीवरी दिखाने में कोई आपत्ति नहीं थी।
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फिल्म की अवधि लगभग 3 घंटे की थी, लेकिन इसमें 45 मिनट की तो सिर्फ श्वेता मेनन की डिलीवरी सीक्वेंस थी। शूटिंग के लिए मुंबई के नानावटी हॉस्पिटल के लेवर रूम में तीन कैमरे लगाए थे और इस दौरान श्वेता के पति श्रीनिवासन मेनन भी वहां मौजूद थे। उनके अलावा अस्पताल के डॉक्टर्स, नर्स और प्रोडक्शन टीम के तीन सदस्य भी वहां उपस्थित थे।
बताया जाता है कि इस एक सीन के लिए मेकर्स ने फिल्म को 6 महीने तक रोक कर रखा था। लेकिन जब यह पर्दे पर आई तो इसे दर्शकों का मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला। दूसरी ओर क्रिटिक्स ने इसे समाज को मैसेज देने वाली फिल्म बताया था। लेकिन श्वेता पर आरोप लगा था कि उन्होंने पैसों के लिए अपनी लाइव डिलीवरी शूट कराई है। इस वजह से फिल्म विवादों में घिर गई थी।
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बाद में श्वेता ने स्पष्ट किया था कि उन्होंने डिलीवरी सीन के लिए कोई पैसा नहीं लिया था। इनके मुताबिक़, यह सीन फिल्म की डिमांड थी, इसलिए उन्होंने इसे करने में कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई।
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