बचपन से सिखाया जाता है कि झूठ बोलना गलता है, बावजूद इसके लोग झूठ बोलते हैं। कुछ लोग तो झूठ बोलने के शिकार होते हैं। वो बिना झूठ बोले रह ही नहीं सकते हैं। इस आदत को मायथोमेनिया और स्यूडोलोगिया फैंटेसी के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे।