सीकर, राजस्थान. यह तस्वीर डॉक्टर और पुलिस के गैर जिम्मेदाराना बर्ताव (Irresponsible treatment) को दिखाती है। इस महिला का पड़ोसी से झगड़ा हुआ था। मारपीट के चलते उसका गर्भपात (Abortion) हो गया। वो बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन डॉक्टर ने पुलिस केस बताकर इलाज से पल्ला झाड़ लिया। वहीं, पुलिस बोली कि पीड़िता उसके पास नहीं आई। जबकि लोगों ने देखा कि पीड़िता अपने बच्चे का शव सीने से चिपकाए कभी अस्पताल, तो कभी थाने का चक्कर काटती रही। महिला दो दिन तक बच्चे की लाश लिए भटकती रही। आखिरकार पीड़िता परिवार सीधे कोर्ट जा पहुंचा। तब कहीं जाकर पुलिस सक्रिय हुई। मामला नीमकाथाना कस्बे के लुहारवास का है। बुधवार को पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं बच्चे का शव मर्चुरी में रखवाया गया। बता दें कि रास्ते को लेकर बिमला बावरिया और पड़ोसी सरदारा मीणा के परिवार के बीच विवाद चला आ रहा है। इसी बात को लेकर 18 अक्टूबर को विमला की लड़की की गर्भवती बेटी रेखा के साथ भी मारपीट हो गई थी। वो अपनी ससुराल श्रीमाधोपुर से लुहारवास आई थी। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...