जोधपुर, राजस्थान. कोरोना संक्रमण को रोकने लागू किए गए लॉकडाउन के चलते लोगों की आर्थिक स्थितियां गड़बड़ा गई हैं। काम-धंधों पर बुरा असर पड़ने से रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। बेशक अब अनलॉक शुरू हो गया है, लेकिन पिछले 2 महीने में कई परिवारों पर कर्ज का बोझ लद गया। वहीं, घर बैठे रहने से डिप्रेशन के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले एक महीने में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें पूरी फैमिली ने सुसाइड कर लिया। ताजा मामला जोधपुर का है। यहां कर्ज से परेशान एक कपल और उसके बेटे ने सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में इन्होंने कर्ज से परेशान होने की बात लिखी है। पिता-बेटा फर्नीचर का काम करते थे। वहीं, पत्नी हाउसवाइफ थी। एसीपी नीरज शर्मा ने बताया कि पहले बेटे नितिन ने खुद को फांसी लगाई। फिर राजेंद्र सुथार ने पत्नी इंद्रा का गला घोंट दिया। बाद में खुद फांसी लगा ली। ये किराये से रहते थे। यह परिवार अपना खुद का घर लेने का विचार कर रहा था। लेकिन लॉकडाउन ने उन्हें दाने-दाने का मोहताज कर दिया था। गुरुवार रात करीब 12 बजे तीनों ने एक साथ खाना खाया और फिर सुसाइड कर लिया। इससे पहले फैक्ट्री से पिता-बेटे लौटे, तो इंद्रा खाना खाकर पार्क में टहलने चली गई। बेटा दोस्तों के साथ घूमने निकल गया। पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब टीवी चालू था। घटनास्थल पर पुलिस को 4 मोबाइल मिले। इसमें 2 की स्क्रीन टूटी थी। आशंका है कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ होगा। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में..