खर्च में 2 खरब रुपयों की कटौती कर सकती है सरकार, देश को हो सकता है ये बड़ा नुकसान
भारत एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जो निजी निवेश की कमी के कारण पिछले छह वर्षों में सबसे धीमी गति से बढ़ रही है। अगर सरकार खर्चों में कटौती करती है तो इसे और भी नुकसान हो सकता है।
भारत सरकार चालू वित्त वर्ष के लिए खर्च में 2 खरब रुपए की कटौती कर सकती है, क्योंकि सरकार को हाल के वर्षों में सबसे कम टैक्स हासिल करने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
भारत एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जो निजी निवेश की कमी के कारण पिछले छह वर्षों में सबसे धीमी गति से बढ़ रही है। अगर सरकार खर्चों में कटौती करती है तो इसे और भी नुकसान हो सकता है।
सरकार ने नवंबर तक 27.86 ट्रिलियन रुपए के कुल व्यय लक्ष्य का लगभग 65 प्रतिशत खर्च किया है, लेकिन अक्टूबर और नवंबर में खर्च करने की गति कम कर दी। वर्ष के लिए नियोजित कुल खर्च में 2 ट्रिलियन रुपए की कटौती लगभग 7 प्रतिशत की कटौती होगी।
मांग में कमी और अर्थव्यवस्था में कॉरपोरेट आय में कम वृद्धि के कारण इस वर्ष देश टैक्स संग्रह में पिछड़ गया। विश्लेषकों ने कहा है कि इससे विकास को झटका लगेगा।