दो केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में रामदेव ने लॉन्च की कोरोना की दवा-बोले, WHO सर्टिफाइड है 'कोरोन‍िल'

वीडियो डेस्क। पतंजलि योगपीठ के बाबा रामदेव ने कोविड-19 के लिए दवा फिर से लॉन्‍च की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामदेव के साथ केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। रामदेव ने दावा किया कि पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट की यह दवा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) से सर्टिफाइड है। दावा है कि WHO ने इसे GMP यानी 'गुड मैनुफैक्‍चरिंग प्रैक्टिस' का सर्टिफिके‍ट दिया है। रामदेव ने कहा क‍ि यह दवा 'एविडेंस बेस्‍ड' है। रामदेव ने इस मौके पर एक रिसर्च बुक भी लॉन्‍च की है। रामदेव ने कहा, "कोरोनिल के संदर्भ में नौ रिसर्च पेपर दुनिया के सबसे ज्‍यादा प्रभाव वाले रिसर्च जर्नल्‍स में प्रकाशित हो चुके हैं। 16 रिसर्च पेपर पाइपलाइन में हैं। आपको बता दें  पतंजलि ने पिछले साल जून में 'कोरोना किट' लॉन्‍च की थी। इसपर खासा विवाद हुआ था। आयुष मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि 'कोरोनिल' को केवल शरीर की ‘रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने' वाली बताकर बेच सकता है।

/ Updated: Feb 19 2021, 12:29 PM IST
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वीडियो डेस्क। पतंजलि योगपीठ के बाबा रामदेव ने कोविड-19 के लिए दवा फिर से लॉन्‍च की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामदेव के साथ केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। रामदेव ने दावा किया कि पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट की यह दवा विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) से सर्टिफाइड है। दावा है कि WHO ने इसे GMP यानी 'गुड मैनुफैक्‍चरिंग प्रैक्टिस' का सर्टिफिके‍ट दिया है। रामदेव ने कहा क‍ि यह दवा 'एविडेंस बेस्‍ड' है। रामदेव ने इस मौके पर एक रिसर्च बुक भी लॉन्‍च की है। रामदेव ने कहा, "कोरोनिल के संदर्भ में नौ रिसर्च पेपर दुनिया के सबसे ज्‍यादा प्रभाव वाले रिसर्च जर्नल्‍स में प्रकाशित हो चुके हैं। 16 रिसर्च पेपर पाइपलाइन में हैं। आपको बता दें  पतंजलि ने पिछले साल जून में 'कोरोना किट' लॉन्‍च की थी। इसपर खासा विवाद हुआ था। आयुष मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि 'कोरोनिल' को केवल शरीर की ‘रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने' वाली बताकर बेच सकता है।