सावधान हो जाएं स्मोकिंग, हाईबीपी, हृदय रोग और डायबिटीज के मरीज, नई रिसर्च में सामने आया ये दावा
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 21473 हो गई। कोरोनावायरस तेजी से अपना रूप और संक्रमण करने का तरीका भी बदल रहा है। दुनियाभर में मामलों के बढ़ने के साथ संक्रमण के कारणों पर भी रिसर्च हो रही है जिसमें पता चला है कि वायरस शरीर के हर हिस्से में खून पहुंचाने वाली रक्तवाहिनियों पर हमला कर रहा है। यह दावा स्विटजरलैंड की ज्यूरिख यूनिवर्सिटी के शोधर्ताओं ने किया है। द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, यह रक्तवाहिनियों को संक्रमित करके शरीर के किसी भी अंग तक पहुंचकर जानलेवा हो सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को कोरोना संक्रमण का अधिक खतरा उनकी रक्तवाहिनियों के कमजोर होने के कारण हैं। स्मोकिंग, हाईबीपी, हृदय रोग, मोटापा, डायबिटीज के मरीजों में ये कमजोर होती हैं और इसका फायदा कोरोना के वायरस को मिल रहा है। कोरोना मरीजों की ऑटोप्सी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि भी हुई है। रिपोर्ट में सामने आया है कि रक्तवाहिनियों की ऊपरी सतह में वायरस का तीव्र संक्रमण था।
वीडियो डेस्क। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 21473 हो गई। कोरोना वायरस तेजी से अपना रूप और संक्रमण करने का तरीका भी बदल रहा है। दुनियाभर में मामलों के बढ़ने के साथ संक्रमण के कारणों पर भी रिसर्च हो रही है जिसमें पता चला है कि वायरस शरीर के हर हिस्से में खून पहुंचाने वाली रक्तवाहिनियों पर हमला कर रहा है। यह दावा स्विटजरलैंड की ज्यूरिख यूनिवर्सिटी के शोधर्ताओं ने किया है। द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, यह रक्तवाहिनियों को संक्रमित करके शरीर के किसी भी अंग तक पहुंचकर जानलेवा हो सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को कोरोना संक्रमण का अधिक खतरा उनकी रक्तवाहिनियों के कमजोर होने के कारण हैं। स्मोकिंग, हाईबीपी, हृदय रोग, मोटापा, डायबिटीज के मरीजों में ये कमजोर होती हैं और इसका फायदा कोरोना के वायरस को मिल रहा है। कोरोना मरीजों की ऑटोप्सी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि भी हुई है। रिपोर्ट में सामने आया है कि रक्तवाहिनियों की ऊपरी सतह में वायरस का तीव्र संक्रमण था।