
तपती धूप, भूखा पेट और परिवार की फ्रिक, ये लॉकडाउन कैसे कैसे दिन दिखा रहा
वीडियो डेस्क। यह तस्वीर लॉकडाउन में गरीबों की दयनीय हालत की गवाही देती हैं। जब इस परिवार को कोई दूसरा तरीका नहीं सूझा, तो बैलगाड़ी में खुद जुतकर घर को निकल पड़ा। मजबूरी में इन्हें अपना एक बैल सस्ते दामों पर बेचना पड़ा था। भावुक करने वाला यह मंजर इंदौर बायपास रोड पर दिखने को मिला।
वीडियो डेस्क। यह तस्वीर लॉकडाउन में गरीबों की दयनीय हालत की गवाही देती हैं। जब इस परिवार को कोई दूसरा तरीका नहीं सूझा, तो बैलगाड़ी में खुद जुतकर घर को निकल पड़ा। मजबूरी में इन्हें अपना एक बैल सस्ते दामों पर बेचना पड़ा था। भावुक करने वाला यह मंजर इंदौर बायपास रोड पर दिखने को मिला। तेज गर्मी के बावजूद एक युवक बैलगाड़ी को खींचते दिखाई दिया। यह शख्स है मजदूरी करने वाला राहुल। यह और उसके भाई-भाभी महू के रहने वाले हैं। कुछ समय पहले मजदूरी करने इंदौर आ गए थे। सभी हम्माली करते थे, लेकिन लॉकडाउन में काम-धंधा सब बंद हो गया। जब खाने के लाले पड़े, तो अपना 15 हजार की कीमत का बैल सिर्फ 5000 रुपए में बेचना पड़ा। राहुल ने बताया कि उसकी भाभी ने भी कुछ दूर तक बैलगाड़ी खींची। भाई भी बीच-बीच में मदद को गाड़ी खींचता रहा।