आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर एशियानेट न्यूज और NCC ने शुरू की 'वज्र जयंती यात्रा', राज्यपाल ने दिखाई हरी झंडी

भारत के सबसे सम्मानित मीडिया समूहों में से एक एशियानेट न्यूज नेटवर्क आजादी का अमृत महोत्सव समारोह में पूरे जोश के साथ शामिल हो रहा है।

/ Updated: Jun 14 2022, 07:21 PM IST

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एशियानेट न्यूज और एनसीसी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर वज्र जयंती यात्रा शुरू की है। यह देश के स्वतंत्रता संग्राम के स्मारकों, सैन्य ठिकानों, कृषि, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्रों की खोज करते हुए यात्रा की शानदार शुरुआत है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हरी झंड़ी दिखाकर केरल यात्रा को रवाना किया, जिसमें 20 एनसीसी कैडेट शामिल रहे। वे अपने द्वारा देखे गए दर्शनीय स्थलों का अनुभव दोस्तों और लोगों के साथ साझा करेंगे, जिससे दूसरों को भी ऊर्जा मिलेगी।

इस मौके पर एशियानेट न्यूज मीडिया एंड एंटरटेनमेंट के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कालरा ने कहा कि ये सभी कल के सर्वश्रेष्ठ सैनिकों के रूप में उभरेंगे। इस मौके पर एशियानेट न्यूज के बिजनेस हेड फ्रैंक पी थॉमस, ग्रुप मैनेजिंग एडिटर मनोज के दास और संपादकीय सलाहकार एमजी राधाकृष्णन भी मौजूद रहे। इस दौरान रक्तदान दिवस के अवसर पर 75 एनसीसी कैडेटों ने रक्तदान भी किया।

एशियानेट न्यूज नेटवर्क डिजिटल, प्रिंट, टीवी और रेडियो के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह नेटवर्क देश के मीडिया क्षेत्र में 25 वर्ष पूरे कर चुका है। एशियानेट नेटवर्क अमृत महोत्सव के वाइब्स को दुनिया भर के दर्शकों तक सभी प्लेटफॉर्म पर पहुंचाएंगा। केरल के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हमेशा हमारे महान राष्ट्र की विचार प्रक्रिया को अलग दृष्टिकोण प्रदान किया है। यदि उनके रुख के बारे में सोचा जाए तो यह एशियानेट न्यूज के संस्थापक सिद्धांतों- स्ट्रेट, बोल्ड एंड रिलेंटलेस से मेल खाता है।

उन्होंने कहा कि हम 150 एनसीसी कैडेटों और उनके सलाहकारों के साथ अपने देश के विभिन्न हिस्सों से शुरू होने वाली कई स्मारक यात्राएं आयोजित कर रहे हैं। यात्रा का आयोजन रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय कैडेट कोर के सहयोग से किया जा रहा है। हम देश भर में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों, रक्षा संस्थानों और उत्कृष्टता केंद्रों की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यात्रा हमारे प्रतिभागियों को संस्कृति और विरासत के खजाने के बारे में जागरूक करेगा। साथ ही गौरवान्वित होने का भी मौका देगा। यह यात्रा हमें पिछले 75 वर्षों में देश की महान उपलब्धियों पर विचार करने का मौका देगा। साथ ही हमारे 100 वर्ष के रोड मैप को तैयार करने में भी मदद करेगा।