मन की बात में PM Narendra Modi ने बताया उनके जीवान में क्या रह गई सबसे बड़ी कमी, सुनें पूरा जवाब
वीडियो डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के 72वें संस्करण को संबोधित किया। इसमें उन्होंने नदियों के महत्व, पानी बचाने की जरूरत, आत्मनिर्भर भारत, किसानों के इनोवेशन और आने वाली परीक्षाओं का खासतौर पर जिक्र किया। मोदी ने कहा कि आने वाले महीनों में ज्यादातर युवा साथियों की परीक्षाएं होंगी। आप सबको याद है ना वॉरियर बनना है, वरीयर नहीं। हंसते हुए एग्जाम देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। किसी और से नहीं, अपने आप से स्पर्धा करनी है। पर्याप्त नींद लेनी है और टाइम मैनेजमेंट भी करना है। खेलना नहीं छोड़ना है, क्योंकि जो खेले वो खिले। इन एग्जाम में अपने बेस्ट को बाहर लाना है। इस दौरान पीएम मोदी ने उनके जीवन में क्या कमी रह गई ये बताया। उन्होंने कहा कि मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया। मैं तमिल नहीं सीख पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये एक सुंदर भाषा है।
वीडियो डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के 72वें संस्करण को संबोधित किया। इसमें उन्होंने नदियों के महत्व, पानी बचाने की जरूरत, आत्मनिर्भर भारत, किसानों के इनोवेशन और आने वाली परीक्षाओं का खासतौर पर जिक्र किया। मोदी ने कहा कि आने वाले महीनों में ज्यादातर युवा साथियों की परीक्षाएं होंगी। आप सबको याद है ना वॉरियर बनना है, वरीयर नहीं। हंसते हुए एग्जाम देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। किसी और से नहीं, अपने आप से स्पर्धा करनी है। पर्याप्त नींद लेनी है और टाइम मैनेजमेंट भी करना है। खेलना नहीं छोड़ना है, क्योंकि जो खेले वो खिले। इन एग्जाम में अपने बेस्ट को बाहर लाना है। इस दौरान पीएम मोदी ने उनके जीवन में क्या कमी रह गई ये बताया। उन्होंने कहा कि मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया। मैं तमिल नहीं सीख पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये एक सुंदर भाषा है।