बदायूं गैंगरेप: दलितों की बैन थी मंदिर में एंट्री, पीड़िता की मौत पर क्या बोली बूढ़ी मां और बड़े होते बच्चे

वीडियो डेस्क। यूपी के बदायूं में उघैती थाने से करीब 2 किलोमीटर दूर गांव मवेली है। जहां गांव के मेन रोड से 50 मीटर दूर वो मंदिर हैं जहां 50 साल की दलित महिला के साथ मंदिर के पुजारी ने दो लोगों के साथ मिलकर गैंगरेप किया और बेहद ही क्रूरता से महिला की हत्या कर दी।

/ Updated: Jan 08 2021, 03:54 PM IST

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वीडियो डेस्क। यूपी के बदायूं में उघैती थाने से करीब 2 किलोमीटर दूर गांव मवेली है। जहां गांव के मेन रोड से 50 मीटर दूर वो मंदिर हैं जहां 50 साल की दलित महिला के साथ मंदिर के पुजारी ने दो लोगों के साथ मिलकर गैंगरेप किया और बेहद ही क्रूरता से महिला की हत्या कर दी। मृतका के 5 बच्चे हैं और पति है। पति बीमार रहता है जिसके ईलाज का खर्च महिला उठा रही थी। 4 बेटियों में से 2 की शादी हो चुकी है। घर में 2 बेटी और एक बेटा है। घर के आंगन में मृतका की मां आंखों में आंसू लिए बैठी रहती है। बेटी की साथ हुई हैवानियत ने उसे अंदर तक हिला दिया है। बदायूं का ये गांव छावनी में तब्दील हो चुका है। जहां ये वारदात हुई उस मंदिर को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। किसी को भी मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि जिस मंदिर में ये वारदात हुई वहां दलितों का जाना मना है। और मृतका की मां का कहना है कि पुजारी ने उनकी बेटी को फोन करके बुलाया था। पुलिस ने इस मामले में पुजारी सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार के लोगों का कहना है किक मृतिकाआंगनबाड़ी सहायिका पर परिवार की बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी। उसने अपने चार बीघा खेत को साहूकार के यहां गिरवी रख कर लड़कियों की शादी की थी और घर बनवाई थी।