CM योगी का अखिलेश पर निशान, वैक्सीन का दुष्प्रचार करने वालों को कही ये बात
सीएम योगी ने कहा कि बहुत से लोगों ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा दुष्प्रचार किया। उन लोगों से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। वे कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर करने वाले लोग हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे चोरी-छिपे घर के अंदर टीका ले चुके होंगे, मगर गरीबों को बहका रहे हैं कि कहीं अगर गरीब व्यक्ति ले लेगा तो ऐसा ना हो कि (सत्ता से) उनका वनवास हमेशा के लिए हो जाए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 12 दिसंबर को लखनऊ से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत लाभार्थियों के लिए निशुल्क खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा, डबल इंजन की सरकार का यही प्रयास है कि डबल खाद्यान्न का लाभ भी हर जरूरतमंद को मिले और आज इसी खाद्यान्न वितरण का शुभारंभ किया जा रहा है। साथ ही उन्होने कहा कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का दुष्प्रचार करने वाले चोरी-छिपे घर के अंदर टीका ले चुके होंगे, मगर गरीबों को बहका रहे हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर 2005-07 में खाद्यान्न घोटाला रहा हो या प्रदेश के अंदर भूख से मौत के तमाम मामले रहे हों, लेकिन 2017 में जब से हमारी सरकार आई तो तय किया कि हर भूखे को रोटी खाद्यान्न उलपब्ध कराए।
सीएम योगी ने कहा कि बहुत से लोगों ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा दुष्प्रचार किया। उन लोगों से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। वे कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई को कमजोर करने वाले लोग हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे चोरी-छिपे घर के अंदर टीका ले चुके होंगे, मगर गरीबों को बहका रहे हैं कि कहीं अगर गरीब व्यक्ति ले लेगा तो ऐसा ना हो कि (सत्ता से) उनका वनवास हमेशा के लिए हो जाए। सीएम योगी के इस बयान को समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में है सबसे अच्छा कोविड प्रबंधन - CM योगी
योगी ने कहा कि दुनिया में सबसे अच्छा कोविड-19 प्रबंधन भारत में ही है और उसमें भी उत्तर प्रदेश में सबसे अच्छा है। पच्चीस करोड़ की आबादी ने कोरोना को छूमंतर किया। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम लापरवाही बरतें। हमें और भी सावधानी बरतनी होगी। निशुल्क राशन वितरण महाअभियान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'डबल इंजन सरकार के खाद्यान्न का लाभ का हर जरूरतमंद को मिले, इसी दृष्टि से खाद्यान्न योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है। इससे महीने में दो बार खाद्यान्न योजना का लाभ जरूरतमंद को प्राप्त होगा।
'पिछली सरकार हड़प लेती थी गरीबों का राशन'
उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर गरीबों के हिस्से का अनाज हड़प लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपने देखा होगा कि वर्ष 2017 से पहले यह खाद्यान्न माफियाओं के हवाले हो जाता था और यह अनाज उत्तर प्रदेश से किसी दूसरे देश की ओर चला जाता था। गरीब टकटकी लगाए देखता रहता था लेकिन उसको कभी खाद्यान्न नहीं मिल पाता था। योगी ने कहा कि प्रदेश में 2005 में खाद्यान्न घोटाला रहा हो, या उस दौरान सैकड़ों लोगों की भूख से हुई मौत किसी से छुपी नहीं थी। यह सिलसिला लगातार चलता रहा, वर्ष 2015-16 में भी पिछली सरकार के दौरान भूख से मौतों के तमाम मामले देखने को मिले थे। मगर हमारी सरकार ने गरीबों के दर्द को समझा...। खाद्य और रसद विभाग ने राज्य सरकार की योजनाओं को पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ हर जरूरतमंद तक पहुंचाया है।
राशन वितरण महाभियान की शुरुआत करते हुए बोले CM योगी, 'तीसरी लहर से निपटने के लिए UP सरकार तैयार'