यूपी में कोरोना से लोगों को बचाने को ढाल बनकर खड़ा है आयुष विभाग, जानिए क्या है स्ट्रैटजी
यूपी में कोरोना से चल रही जंग में उत्तर प्रदेश आयुष मिशन की टीम दिन रात लगी हुई है। आयुष विभाग के तकरीबन 20 हजार लोग सूबे के लोगों और कोरोना के बीच ढाल बनकर खड़े हैं। एशियानेट न्यूज हिंदी ने उत्तर प्रदेश आयुष मिशन के डायरेक्टर राजकमल यादव से खास बातचीत की।
लखनऊ(Uttar Pradesh). देश में कोरोना संकट चल रहा है। रोजाना सैकड़ों मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बात यूपी की करें तो यहां भी मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। लेकिन यूपी में रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है। यूपी में कोरोना से चल रही जंग में उत्तर प्रदेश आयुष मिशन की टीम दिन रात लगी हुई है। आयुष विभाग के तकरीबन 20 हजार लोग सूबे के लोगों और कोरोना के बीच ढाल बनकर खड़े हैं। एशियानेट न्यूज हिंदी ने उत्तर प्रदेश आयुष मिशन के डायरेक्टर राजकमल यादव से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस जंग में उनकी स्ट्रेटजी क्या रही है। कैसे उनकी टीम लोगों को मदद में लगी हुई है।
आयुष मिशन के डायरेक्टर राजकमल यादव( IAS) ने बताया कि आयुष मिशन के डॉक्टर व अन्य कर्मचारी दिन-रात लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों की देखभाल, उनकी जांच उन्हें क्वारंटीन सेंटर में अच्छा इलाज उपलब्ध कराने के लिए हमारी टीम दिन रात लगी हुई है। लोगों को आयुष कवच एप डाउनलोड करने की सलाह दी जा रही है। इससे उन्हें तमाम जानकारियां व कोरोना से बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। इसके अलावा इस एप के माध्यम से ऑनलाइन योगा क्लासेज, आयुर्वेद अदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। प्रथम चरण में हमने मेडिकल की एक सेकंड लाइन तैयार की है।