मॉडल जैसे फिगर पाने के लिए महिला ने लिया था ये ड्रिंक, नहीं कम हुआ वजन तो ठोंक दिया केस
कैलिफोर्निया की एक डाइट सोडा कंपनी के खिलाफ एक महिला द्वारा मुकदमा दायर किए जाने के बाद कैलिफोर्निया की अदालत ने कहा है
वीडियो डेस्क। कैलिफोर्निया की एक डाइट सोडा कंपनी के खिलाफ एक महिला द्वारा मुकदमा दायर किए जाने के बाद कैलिफोर्निया की अदालत ने कहा है कि है ऐसा कोई वादा नहीं किया गया है कि यह पेय वजन कम करने में मददगार है।मामले की सुनवाई के दौरान तीन जजों के पैनल ने कहा कि इस शीतल पेय के बारे में कहा गया है कि इसमें दूसरे ड्रिंक्स की तुलना में कम कैलोरी है।हालांकि, यूएस के 9वें सर्किट कोर्ट के सदस्यों ने कहा है कि उपभोक्ता जिन बातों को ठीक नहीं समझते हैं, उसी के बारे में शिकायत करते हैं। उनका मानना है कि भ्रामक प्रचार से ब्रांडों की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता खतरे में पड़ जाती है।यह प्रतिक्रिया डाइट डॉ पेपर के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद आई है। कैलिफोर्निया के सांता रोजा की शाना बेसेरा ने यह मुकदमा किया है। शाना ने दावा किया है कि वह पिछले 13 सालों से कम कैलोरी वाले पेय का इस्तेमाल इस उम्मीद से कर रही थी कि उसका फैट कुछ कम होगा, लेकिन ऐसा एकदम नहीं हुआ।इस महिला ने यह भी कहा कि वह आकर्षक और फिट मॉडल के प्रचार से गुमराह हो गई और उसने सोचा कि इस ड्रिंक से उसकी बॉडी भी उस मॉडल की तरह हो जाएगी।हालांकि, अदालत का फैसला यह था कि विज्ञापन केवल प्रचार के उद्देश्य के लिए होते हैं। इन्हें पूरी तरह सच नहीं समझा जा सकता है।शाना ने पिछले हफ्ते डाइट कोक के खिलाफ भी ऐसा आरोप लगाया था। वहां भी अदालत ने ऐसा ही फैसला सुनाया था। शाना ने कहा कि कई अध्ययनों में उसने पाया है कि पेय पदार्थों में इस्तेमाल किया गया आर्टिफिशियल स्वीटनर एस्पार्टेम वास्तव में वजन को बढ़ाता है, लेकिन इसे संबंधित प्रशासनिक विभाग द्वारा स्वीकृति मिली हुई है और इसका उपयोग अधिकांश अमेरिकी पेय में किया जाता है।