विवेकानंद के भाषण से लेकर आतंकवादी हमले तक, जानिए क्या है 9/11 का इतिहास ?
9/11 की तारीख से किसी को साल 2001 का जेहादी हमला याद आता है, तो किसी को 1893 का स्वामी विवेकानंद का भाषण। बेशक इन दोनो घटनाओं का मानव सभ्यता के इतिहास से गहरा नाता है।
नई दिल्ली. 9/11 इस तारीख को देखकर कई तरह की तस्वीरें दिमाग में कौंध जाती हैं। किसी को साल 2001 का जेहादी हमला याद आता है, तो किसी को 1893 का स्वामी विवेकानंद का भाषण। बेशक इन दोनो घटनाओं का मानव सभ्यता के इतिहास से गहरा नाता है। और जब भी मानव अपने इतिहास में झांकेंगे ये दोनो ही घटनाएं जरूर याद आएंगी।
क्या था 2001 का आतंकी हमला ?
साल 2001 में जेहादी आतंकियों ने अमेरिका के दो प्लेन हाईजैक कर उनको दुर्घटनाग्रस्त करवा दिया था। इन आत्मघाती हमलों पायलेट सहित प्लेन में सवार सभी यात्री मारे गए थे। अलकायदा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
जब विवेकानंद ने जीता था जहान
भारत की तरफ से विश्व धर्म संसद में शामिल हुए विवेकानंद ने 1893 में इसी दिन अपने एक वाक्य "मेरे भाइयो और बहनो, प्यारे अमेरिका वासियों" के जरिए पूरी दुनिया का दिल जीत लिया था। विवेकानंद के इस कालजयी भाषण ने पूरे विश्व में भारत और भारतीय संस्कृति को नई पहचान दिलाई थी।
एक ही दिन इतिहास में हुई दो विपरीत घटनाएं शायद हमें यह संदेश देने का प्रयत्न करती हैं कि दुनिया में सुख और दुख दोनो समान मात्रा में हैं। यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम क्या लेना चाहते हैं।