सऊदी तेल संयंत्रों पर हमले से अमेरिका और ईरान में तनाव, भारत पर पड़ेगा ये असर


विदेश। दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के दो प्रतिष्ठानों में शनिवार को हुए ड्रोन धमाकों के लिए अमेरिका ने ईरान को दोषी ठहराया है। ईरान ने अमेरिका के दावे का खंडन किया है।ईरान के विदेश मंत्री के प्रवक्ता ब्बास मौसवी ने कहा कि वाशिंगटन की अधिकतम दबाव रणनीति अधिकतम झूठ की रणनीति में बदल गई है। इस तरह के आरोप और अंधे बयान कूटनीतिक मानकों में अर्थहीन और समझ के बाहर हैं। इस तरह के आरोप भविष्य में अमेरिका की छवि को धूमिल करेंगे।

/ Updated: Sep 16 2019, 03:25 PM IST
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विदेश। दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के दो प्रतिष्ठानों में शनिवार को हुए ड्रोन धमाकों के लिए अमेरिका ने ईरान को दोषी ठहराया है। ईरान ने अमेरिका के दावे का खंडन किया है।ईरान के विदेश मंत्री के प्रवक्ता ब्बास मौसवी ने कहा कि वाशिंगटन की अधिकतम दबाव रणनीति अधिकतम झूठ की रणनीति में बदल गई है। इस तरह के आरोप और अंधे बयान कूटनीतिक मानकों में अर्थहीन और समझ के बाहर हैं। इस तरह के आरोप भविष्य में अमेरिका की छवि को धूमिल करेंगे।  विदेशी एवं राजनैतिक मामलों के जानकार अभिषेक खरे के मुताबिक ईरान और अमेरिका के बीच पहले से जारी तनाव के बीच अरामको पर हमले के बाद खाड़ी क्षेत्र में तनाव और बढ़ जाने की आशंका है। अगर खाड़ी क्षेत्र में तनाव गहराता है तो कच्चे तेल की कीमतें में आने वाले समय में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है। रूस व ओपेक देशों द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के बीच अरामको पर यह हमला कच्चे तेल के वैश्विक बाजार में तूफान ला सकता है। ऐसा होने से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतियों और बढ़ जाएंगी क्योंकि भारत अपने जरूरत का करीब 80 फीसदी तेल आयात करता है। 

अमेरिकी विदेश मंत्री का बयान
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इस हमले के लिए ईरान पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर के कहा कि तनाव कम करने की कोशिशों के बीच ईरान ने अब दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति पर एक अभूतपूर्व हमला या है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार अमेरिकी सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है। सउदी के गृह मंत्री ने शनिवार को घोषणा की कि ड्रोन हमलों से सऊदी पेट्रोलियम कंपनी अरामको की दो तेल प्रतिष्ठानों में आग लग गई। इन हमलों में अबकीक और खुरई क्षेत्र के साइटस को निशाना बनाया गया। 

जांच के आदेश 
यमन में युद्ध में शामिल सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने सऊदी अरब के पूर्व में तेल सुविधाओं के खिलाफ ड्रोन हमलों की जांच करने का आदेश दिया है। सऊदी के गृह मंत्री ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।सऊदी अरब को पिछले कुछ वर्षों में हूती विद्रोहियों द्वारा ड्रोन और मिसाइल हमलों के साथ निशाना बनाया जाता रहा है