रूस और यूक्रेन के बीच बीते 2 सालों से जंग जारी है। दोनों देश अपने-अपने तरीके जंग को लड़ रहे हैं। यूक्रेन को एक तरफ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस से मदद मिल रही है। दूसरी तरफ रूस भी अपने मित्र देशों से मदद ले रहा है।
बीते 2 साल से भी ज्यादा वक्त से जारी रूस और यूक्रेन के युद्ध में अमेरिका लगातार सक्रिय रूप से यूक्रेन की मदद कर रहा है। इन बीते वक्त में अमेरिका ने यूक्रेनी सेना के एक से बढ़कर एक हथियारों का जखीरा पहुंचाया है।
रूसी अधिकारियों ने हमलावरों की तलाश तेज कर दी थी, जिसके परिणामस्वरुप 4 बंदूकधारियों सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया है। इस हमले पर रूसी अधिकारियों ने दावा किया है कि हमलावरों को यूक्रेन से मदद मिली थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत की।
रूस और यूक्रेन के बीच अभी भी जंग जारी है। 2022 से चल रही इस जंग को लेकर एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूस काफी पहले ही यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की सोच रहा था, लेकिन पीएम मोदी के दखल के बाद उसने ऐसा नहीं किया।
भारत सरकार को भेजे गए एक वीडियो में 7 युवकों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए मदद की गुहार लगाई है। 27 दिसंबर को ये युवक टूरिस्ट वीजा पर रूस गए थे लेकिन जानकारी के अभाव में किसी के कहने पर ये लोग बेलारूस पहुंच गए।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नाटो को चेतावनी दी है कि अगर उसने यूक्रेन में अपने सैनिक भेजे तो परमाणु युद्ध शुरू हो जाएगा।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। दोनों एक-दूसरे पर मिसाइलें दाग रहे हैं। हांलाकि युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने दावा किया है कि यूक्रेन खुद नहीं चाहता कि युद्ध खत्म हो। जानें पूरा मामला…
रूस और यूक्रेन के बीच बीते लगभग 2 साल से युद्ध जारी है। इस दौरान लगभग लाखों सैनिकों की मौत हो चुकी है। हालांकि, इसके बावजूद अभी तक युद्ध को रुकने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
रूस से लड़ने (Ukraine Russia War) के लिए 40 मिलियन डॉलर के हथियार यूक्रेन के अधिकारियों ने चुरा लिए। यूक्रेनी हथियार कंपनी के कर्मचारियों ने रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मिलकर यह साजिश रची।