बायजू सीईओ ने सैलरी में देरी होने पर एक कर्मचारी को ईमेल भेजकर कारणों का खुलासा किया है। सीईओ बायजू रविंद्रन ने कर्मचारियों के प्रति हार्दिक संदेश ईमेल के जरिए भेजा है।
China Weird offer: ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनियां तरह-तरह के लोक-लुभावन ऑफर देती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि घर खरीदने पर मुफ्त में पत्नी मिल जाए। जी हां, चीन की एक कंपनी ने कुछ इसी तरह का विज्ञापन निकाला है।
TCS vs Reliance: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को टाटा ग्रुप की IT कंपनी TCS कड़ी टक्कर दे रही है। 6 फरवरी को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का मार्केट कैप 15 लाख करोड़ के पार पहुंच गया। TCS अंबानी की रिलायंस के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
China Economic Crisis : अब तक ग्लोबल इकोनॉमी में खासा दबदबा रखने वाले चीन के दिन लगता है अब लदने वाले हैं। एक तरफ जहां ग्लोबल कंपनियां भारत की तरफ रुख कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर ड्रैगन को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं।
Hania Aamir Net worth: पाकिस्तान की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस में शुमार हानिया आमिर को कौन नहीं जानता। हानिया का नाम कुछ दिनों पहले भारतीय रैपर बादशाह से भी जुड़ा था। वैसे, क्या आप जानते हैं कि हानिया आमिर एक एपिसोड के बदले कितना पैसा चार्ज करती हैं।
बिजनेस डेस्क : उत्तराखंड विधानसभा में धामी सरकार ने Universial Civil Code बिल पेश कर दिया है। इस पर चर्चा के बाद इस बिल को राज्य में पास कर दिया जाएगा। इस बीच आइए आपको बताते हैं कि अगर आप भारत के नागरिक हैं तो आपके पास कौन-कौन से दस्तावेज होने चाहिए.
Yes Bank Stock Price: सुस्त दिखने वाला यस बैंक (Yes Bank Stock Price) का शेयर मंगलवार 6 फरवरी को अचानक 13% से ज्यादा उछल गया। फिलहाल ये स्टॉक 10% की तेजी के साथ 25 रुपए के उपर कारोबार कर रहा है। आखिर यस बैंक के शेयर को खरीदने की होड़ क्यों मची है?
बिजनेस डेस्क : HDFC बैंक ग्रुप इंडसइंड बैंक और यस बैंक समेत कुल 6 बैंकों में 9.5 फीसदी तक हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस की मंजूरी भी दे दी है। इसकी जानकारी शेयर मार्केट को भी दे दी गई है। जानिए क्या है पूरी डील...
भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में सबसे तेजी गति से आगे बढ़ रही है और इसका असर ग्लोबल लेवल पर भी दिखने लगा है। यही वजह है कि कई दिग्गज निवेशक अब चीन से अपना पैसा निकालकर भारतीय बाजार में झोंक रहे हैं।
पेटीएम ने साफ किया है कि फिन टेक कंपनी अपना पेमेंट वॉलेट बिजनेस को किसी भी अन्य कंपनी को नहीं बेच रहा है। यह भी कहा है कि मीडिया की रिपोर्ट में आई ये बातें फैक्चुअल रुप से गलत है और आधारहीन है।