कोई किसी काम के प्रति इतना डेडिकेटेड हो जाता है कि उसे वही काम नजर आता है। वहीं कुछ लोग तो काम में इस कदर डूबे रहते हैं कि उन्हें भूख प्यास तक कभी पता नहीं रहता। ऐसी ही एक बिहार की बेटी सुमति जालान हैं, जिन्होंने दूसरों के लिए स्टार्टअप शुरू किया है।