Chhath Puja 2021: सबसे पहले किसने रखा था ये व्रत, कैसे शुरु हुआ ढलते सूर्य को अर्घ्य देने वाला ये त्योहार

वीडियो डेस्क।  छठ पर्व... वो अनोखा त्यौहार जो ढलते सूरज के साथ शुरु होता है। भगवान भास्कर की पूजा करने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। उगते सूरज को जल देने के आपने कई पर्व देखें होंगे लेकिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर शुरु होने वाला ये एक अनोखा पर्व है।

/ Updated: Nov 08 2021, 03:24 PM IST
Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क।  छठ पर्व... वो अनोखा त्यौहार जो ढलते सूरज के साथ शुरु होता है। भगवान भास्कर की पूजा करने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। उगते सूरज को जल देने के आपने कई पर्व देखें होंगे लेकिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर शुरु होने वाला ये एक अनोखा पर्व है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से छठ मैया नि:संतान को संतान देती और संतान की रक्षा करती हैं। छठ व्रत रोग नष्ट करने के लिए, सौभाग्य और संतान के लिए रखा जाता है। छठ पर्व शरीर, मन और आत्मा की शुद्धि का पर्व है। नहाय खाय से सप्तमी के पारण तक उन भक्तों पर छठी माता की कृपा बरसती है जो श्रद्धापूर्वक व्रत करते हैं।