रावण: 'दस बातें मुझसे सीखो'

वीडियो डेस्क। अधर्म पर धर्म की विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा का पर्व यूं तो हर साल मनाया जाता है। भले ही 2 साल से कोरोना ने इस त्यौहार की चमक फीकी कर दी लेकिन आस्था का ये बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

/ Updated: Oct 15 2021, 04:02 PM IST

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वीडियो डेस्क। अधर्म पर धर्म की विजय, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा का पर्व यूं तो हर साल मनाया जाता है। भले ही 2 साल से कोरोना ने इस त्यौहार की चमक फीकी कर दी लेकिन आस्था का ये बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। रावण, दशानन या लंकेश.... एक ही व्यक्ति के कई नाम। रावण महा विद्वान था। चारों वेदों का ज्ञाता था। अच्छा बुरा भली भांति जानता था। ज्योतिष का भी उसे पूर्व ज्ञान था। भगवान राम से बैर कर उनके हाथों से मृत्यु पाकर मोक्ष को प्राप्त करना ये रावण जैसे विद्वान ही कर सकते हैं। रावण अंहकारी था, छल, कपट भी उसके अंदर था। रावण का जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।