अर्थव्यवस्था को कोरोनावायरस से उबारने के लिए सरकार को करना होगा बड़े पैकेज का ऐलान: विशेषज्ञ

कोरोनावायरस के चलते मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है, हालांकि सरकार कई तरह के आर्थिक पैकेजों की घोषणा करती रही है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस मुश्किल घड़ी से उबरना है तो सरकार को और भी बड़े राहत पैकेजों की घोषणा करनी होगी. ऐसा ही एक सुझाव दिया है भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने. सुब्बाराव ने रविवार को एक वेबिनार में कहा कि चालू वित्त वर्ष में केंद्र और राज्यों का समग्र वित्तीय घाटा बढ़कर 13-14 फीसदी पर पहुंच सकता है। वहीं एक साक्षात्कार में विश्व बैंक के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा कि भारत को बड़े स्तर पर राजकोषीय प्रोत्साहन की जरूरत है, क्योंकि देश के सामने कोरोना वायरस महामारी के कारण गंभीर आर्थिक सुस्ती का खतरा खड़ा है।

/ Updated: May 11 2020, 04:29 PM IST
Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

कोरोनावायरस के चलते मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है, हालांकि सरकार कई तरह के आर्थिक पैकेजों की घोषणा करती रही है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस मुश्किल घड़ी से उबरना है तो सरकार को और भी बड़े राहत पैकेजों की घोषणा करनी होगी. ऐसा ही एक सुझाव दिया है भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने. सुब्बाराव ने रविवार को एक वेबिनार में कहा कि चालू वित्त वर्ष में केंद्र और राज्यों का समग्र वित्तीय घाटा बढ़कर 13-14 फीसदी पर पहुंच सकता है। वहीं एक साक्षात्कार में विश्व बैंक के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने कहा कि भारत को बड़े स्तर पर राजकोषीय प्रोत्साहन की जरूरत है, क्योंकि देश के सामने कोरोना वायरस महामारी के कारण गंभीर आर्थिक सुस्ती का खतरा खड़ा है।