मस्तिष्क को पता होता है हमारे मौत का राज, जानें कैसा होता है मौत के बाद का अनुभव

वीडियो डेस्क। क्या आप जानते हैं मौत के बाद का अनुभव कैसा होता है। वैज्ञानिकों ने ये शोध उन लोगों पर किया है जो मौत के करीब पहुंचकर वापस आए हैं। आपने अक्सर लोगों से सुना होगा कि फलां व्यक्ति मरने के बाद जिंदा हो गया। उन्हीं के अनुभव के आधार पर ये शोध किया गया है। 

/ Updated: Jun 01 2020, 11:04 AM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क। क्या आप जानते हैं मौत के बाद का अनुभव कैसा होता है। वैज्ञानिकों ने ये शोध उन लोगों पर किया है जो मौत के करीब पहुंचकर वापस आए हैं। आपने अक्सर लोगों से सुना होगा कि फलां व्यक्ति मरने के बाद जिंदा हो गया। उन्हीं के अनुभव के आधार पर ये शोध किया गया है। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि इंसान का मस्तिष्क मरने पहले ही ये अनुमान लगा लेता है कि अब वो कुछ पलों का मेहमान है। इंसान जो कुछ भी मरने से ठीक पहले सोचता है मरने के बाद भी वही सोचता रहता है। जैसे जैसे इंसान मृत्यु के समीप पहुंचता है उसका दुनिया से जुड़ाव कम हो जाता है। उस पल के अनुभव आत्मा को दुनिया से दूर करने के लिए प्रेरित करते हैं। इंसान शरीर के साथ अपनी आत्मा और ज़हन के मरने का भी अनुभव होता है। तमाम शोध के बाद वैज्ञानिकों ने मृत्यु के ये निष्कर्ष निकाले हैं।        शोधकर्ताओं का मानना है कि मृत्यु के आभास में धर्म भी अपना रोल निभाता है। आपके विचार आपके विश्वास भी मरने के बाद की यात्रा को प्रभावित करते हैं