मध्यप्रदेश में बारिश से आफत, खतरे के निशान से 20 फिट ऊपर बह रही नर्मदा नदी

वीडियो डेस्क।  मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण अधिकांश इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। देवास जिले के नेमावर में मां नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नर्मदा का जलस्तर 905 फिट पर पहुंचा जो कि खतरे के निशान से 20 फिट ऊपर बह रही है।
 सबसे ज्यादा खराब स्थिति होशंगाबाद जिले की है। यहां बीते 24 घंटे में 340.4 मिमी बारिश हो चुकी है। ऐसे में नर्मदा नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। जिले में लगातार भारी बारिश और तवा, बारना, बरगी बांध से पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी में बाढ़ की स्थिति बन रही है। प्रदेश में बाढ़ से निपटने के लिए सेना के पांच हैलीकॉप्टर बुलाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को फिर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया। व  प्रदेश के 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में भीषण बाढ़ आई है। यहां के 7 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविर में ले जाया गया है। जहां पर रुकने, भोजन, दवाओं आदि सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रदेश के तीन जिले होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन में कई गांव बाढ़ से घिरे हैं। छिंदवाड़ा जिले में 5 व्यक्तियों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित बचाया गया। होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर जिलों मे बाढ़ में मदद के लिए सेना बुलाई गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में लगी हैं।

/ Updated: Aug 31 2020, 03:58 PM IST

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वीडियो डेस्क।  मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के कारण अधिकांश इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। देवास जिले के नेमावर में मां नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। नर्मदा का जलस्तर 905 फिट पर पहुंचा जो कि खतरे के निशान से 20 फिट ऊपर बह रही है।
 सबसे ज्यादा खराब स्थिति होशंगाबाद जिले की है। यहां बीते 24 घंटे में 340.4 मिमी बारिश हो चुकी है। ऐसे में नर्मदा नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। जिले में लगातार भारी बारिश और तवा, बारना, बरगी बांध से पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी में बाढ़ की स्थिति बन रही है। प्रदेश में बाढ़ से निपटने के लिए सेना के पांच हैलीकॉप्टर बुलाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को फिर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया। व  प्रदेश के 9 जिलों के 394 से ज्यादा गांवों में भीषण बाढ़ आई है। यहां के 7 हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविर में ले जाया गया है। जहां पर रुकने, भोजन, दवाओं आदि सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रदेश के तीन जिले होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन में कई गांव बाढ़ से घिरे हैं। छिंदवाड़ा जिले में 5 व्यक्तियों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित बचाया गया। होशंगाबाद, रायसेन और सीहोर जिलों मे बाढ़ में मदद के लिए सेना बुलाई गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में लगी हैं।