लॉकडाउन: मजदूर पति के साथ है 8 दिन की बच्ची और उसकी मां...सब भूखे बिलख रहे हैं
वीडियो डेस्क। उत्तराखंड की रहने वाली महक अपने पति के साथ दिल्ली में रहकर मेहनत-मजदूरी करती हैं। लेकिन लॉकडाउन के कारण दम्पती बेरोजगार बैठा है। महक ने लॉकडाउन के दौरान ही बेटी को जन्म दिया। मां बनने की खुशी जैसे उन्हें नसीब नहीं हो पा रही है। एक मां के लिए नवजात के दूध
वीडियो डेस्क। उत्तराखंड की रहने वाली महक अपने पति के साथ दिल्ली में रहकर मेहनत-मजदूरी करती हैं। लेकिन लॉकडाउन के कारण दम्पती बेरोजगार बैठा है। महक ने लॉकडाउन के दौरान ही बेटी को जन्म दिया। मां बनने की खुशी जैसे उन्हें नसीब नहीं हो पा रही है। एक मां के लिए नवजात के दूध के वास्ते सही समय पर पौष्टिक भोजन जरूरी होता है। लेकिन महक को पौष्टिक भोजन तो दूर, पर्याप्त खाना तक नसीब नहीं हो रहा। वे एक टाइम थोड़ा-बहुत खाकर अपना पेट भर रही हैं। लेकिन उन्हें इस बात की फिक्र है कि खाना नहीं मिलने से उनका दूध नहीं उतर रहा..ऐसे में बेटी की भूख कैसे मिटाएं? यह बताते हुए वे फूट-फूटकर रोने लगती हैं। नैनीताल के एक गांव की रहने वालीं महक ने बताया कि अगर उन्हें ऐसे ही भूखे रहना पड़ा, तो उनकी बेटी का क्या होगा? महक का पति गोपाल पुरानी दिल्ली के टाउनहॉल इलाक़े की एक बिल्डिंग में मज़दूरी करता था। अपनी बेटी को भूख से बिलबिलाते देखकर गोपाल के भी आंसू निकल आते हैं।