रात 3:30 बजे निर्भया को मिला न्याय, आंख में आंसू लिए मां ने दिखाया विक्ट्री साइन...जानें क्या-क्या कहा.

निर्भया के दोषियों को शुक्रवार सुबह 5.30 पर फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। निर्भया के दोषियों ने फांसी से बचने के लिए गुरुवार को दिन से लेकर फांसी से 2 घंटे पहले तक यानी 3.30 बजे कानूनी दांवपेंच खेले। लेकिन उनकी कोई चाल सफल नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट ने रात 2.30 बजे दोषी पवन की याचिका पर सुनवाई की। 

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वीडियो डेस्क। निर्भया के दोषियों को शुक्रवार सुबह 5.30 पर फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। निर्भया के दोषियों ने फांसी से बचने के लिए गुरुवार को दिन से लेकर फांसी से 2 घंटे पहले तक यानी 3.30 बजे कानूनी दांवपेंच खेले। लेकिन उनकी कोई चाल सफल नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट ने रात 2.30 बजे दोषी पवन की याचिका पर सुनवाई की। इसमें दोषी ने दावा किया था कि घटना के वक्त वह नाबालिग था। कोर्ट ने इस तथ्य को आधारहीन बताते हुए याचिका को खारिज कर दिया।अब साफ हो गया है कि 7 साल बाद निर्भया को न्याय मिल जाएगा। इससे पहले डेथ वारंट पर रोक लगाने के लिए दोषियों के वकील एपी सिंह दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे थे। यहां हाईकोर्ट ने दोषियों की याचिका खारिज करते हुए अहम टिप्पणी की। कोर्ट ने कहा, मुवक्किल का ऊपर वाले से मिलने का वक्त आ गया। इसलिए अब आप ज्यादा वक्त बर्बाद ना करें। इसके बाद दोषियों के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की।

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