भक्ति से शरीर बन गया पत्थर, ना वस्त्र ना अन्न सिर्फ एक चीज से जिंदा है ये साधू
धर्म नगरी प्रयागराज में इस वक्त आध्यात्म और शास्त्र दोनों धरती पर आ गए हैं। जहां साधु संतो के चरण पड़ने से ये धरती और पवित्र हो गई है। इस मेले में एक ऐसे साधु हैं जो 12 साल से गुड़ और मूंगफली खाकर जिंदा है।
वीडियो डेस्क। धर्म नगरी प्रयागराज में इस वक्त आध्यात्म और शास्त्र दोनों धरती पर आ गए हैं। जहां साधु संतो के चरण पड़ने से ये धरती और पवित्र हो गई है। इस मेले में एक ऐसे साधु हैं जो 12 साल से गुड़ और मूंगफली खाकर जिंदा है। बिना कपड़ों के ये साधु तपस्या करते हैं। चाहे गर्मी हो या सर्दी हर मौसम में बिना कपड़ों के रहते हैं ये साधु। पैरों से दिव्यांग होने के बाद भी अब तक हजारों किमी की यात्रा कर चुके हैं।