
भारत में कोरोना कंट्रोल रहा इसकी पीछे क्या रही वजह, पीएम मोदी ने खुद बताया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 100 मरीज थे, तब 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य किया, 550 केस होते ही लॉकडाउन कर दियामोदी के मुताबिक, भारत ने समय रहते कोरोना को रोकने की कोशिशें शुरू कर दी थीं, इसलिए देश में संक्रमण को काफी हद तक काबू किया जा सका। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही हमने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। 100 मरीज सामने आने के पहले ही विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। मॉल, थिएटर, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे।
वीडियो डेस्क। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 100 मरीज थे, तब 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य किया, 550 केस होते ही लॉकडाउन कर दियामोदी के मुताबिक, भारत ने समय रहते कोरोना को रोकने की कोशिशें शुरू कर दी थीं, इसलिए देश में संक्रमण को काफी हद तक काबू किया जा सका। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही हमने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। 100 मरीज सामने आने के पहले ही विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था। मॉल, थिएटर, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे। जब 550 केस हुए, तब लॉकडाउन किया गया।सच्चाई को नकार नहीं सकतेप्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ये ऐसा संकट है, जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है। फिर भी कुछ सच्चाइयों को हम नकार नहीं सकते। ये भी सच्चाई है कि दुनिया के बड़े-बड़े सामर्थ्यवान देशों में कोरोना के आंकड़े देखें तो उनकी तुलना में भारत बहुत संभली हुई स्थिति में है। कोरोना संकट के दौरान राष्ट्र के नाम चौथे संबोधन में प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘महीना-डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में भारत के बराबर खड़े थे, आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना मामले 25 से 30 गुना बढ़ गए। इन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है। भारत ने पुलिसिंग अप्रोच न अपनाई होती, इंटिग्रेटेड अप्रोच न अपनाई होती, समय पर और तेजी से फैसले नहीं लिए होते तो आज भारत की स्थिति क्या होती, इसकी कल्पना करते ही रोएं खड़े हो जाते हैं। लेकिन, बीते दिनों के अनुभवों से यह साफ है कि हमने जो रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वही हमारे लिए सही है।