कांस्टेबल को धौंस देने पहुंचा मंत्रीजी का बेटा, जवाब मिला-'थोड़ी सी पावर और होती तो तुम्हारी हड्डी तोड़ देती'

गुजरात में कोरोना तेजी से फैल रहा है। उस पर काबू पाने सरकार ने कर्फ्यू लगाया है। लेकिन रसूखदार लोग इसका उल्लंघन कर रहे हैं। यह वीडियो भी इसी का उदाहरण है। एक लेडी कांस्टेबल ने कार सवार 5 लोगों को रोका। वे बिना पास या बाजिव कारण के निकले थे। लड़कों ने अपने 'बॉस' स्वास्थ्य राज्यमंत्री के बेटे को मौके पर बुला लिया। मंत्रीजी के बेटे ने कांस्टेबल को धौंस दी। लेकिन कांस्टेबल ने उल्टा उसे ऐसा फटकारा कि बाद में उसने माफी मांगकर पीछा छुड़ाया।

/ Updated: Jul 13 2020, 11:14 AM IST
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सूरत, गुजरात. मंत्रीजी के दबंग बेटे को एक लेडी कांस्टेबल को धौंस देना उल्टा पड़ा गया। पुलिसवाली ने उसे ऐसा जवाब दिया कि बाद में मंत्रीजी के हस्तक्षेप के बाद उनके बेटे को माफी मांगकर वहां से खिसकना पड़ा। हालांकि अब कांस्टेबल ने आरोप लगाया है कि उसका फोन टेप किया जा रहा है। मामला कर्फ्यू के उल्लंघन से जुड़ा है। जानकारी के मुताबिक, तेज से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने यहां कर्फ्यू लगाया गया है। इसी दौरान लेडी कांस्टेबल सुनीता यादव ने एक कार को रोका। उसमें 5 युवक बैठे थे। वे बाहर निकलने का कोई कारण नहीं बता सके। मामला शुक्रवार रात करीब 10 बजे का है। युवक पुलिस से बहस करने लगे और अपने 'बॉस' स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के बेटे प्रकाश को मौके पर बुला लिया। प्रकाश ने सुनीता को सालभर वहीं खड़े रहकर ड्यूटी कराने की चुनौती दी। इस पर कांस्टेबल भड़क उठी। उसने भी खरी-खरी सुना दी। यहां तक कह दिया कि उसकी औकात डीजीपी से लेकर प्रधानमंत्री तक पहुंचने की है। अगर उसके पास थोड़ा पावर और होता, तो वो हड्डी-पसली तोड़ देती। करीब डेढ़ घंटे तक यह मामला चलता रहा। कांस्टेबल ने वराछा थाने के पीआई और एसीपी से फोन पर इस संबंध में बात की। लेकिन अफसरों से सपोर्ट नहीं मिलने पर कांस्टेबल इस्तीफा देने की बात कहकर वहां से चली गई। हालांकि इससे पहले मंत्रीजी के हस्तक्षेप के बाद उनका बेटा माफी मांगकर वहां से निकल गया था। कांस्टेबल का आरोप है कि उसका फोन टेप कराया जा रहा है।