शॉकिंग CCTV: 'सरकार' ने छीना रोजगार और खंभे ने बर्थ-डे पर जिंदगी, मासूम बेटा भी नहीं बच सका

यह शख्स पकौड़ी का ठेला लगाकर अपने परिवार को चला रहा था। एक दिन नगर निगम ने उसका ठेला हटा दिया। उसने कहीं दूर फिर से अपनी रोजी-रोटी का इंतजाम किया। लेकिन इस बार मौत ने उसकी और मासूम बेटे की जिंदगी छीन ली।
 

Share this Video

चंडीगढ़. यह ऐसे शख्स की कहानी है, जिसे बर्थ-डे अपनी जिंदगी से जाना पड़ा। सोमवार को बिजली के खंभे से टकराने से स्कूटी सवार 35 वर्षीय प्रवीण मेहरा और उसके 7 साल के बेटे रोहन की मौत हो गई थी। हादसे में रोहन अपनी मां ज्योति के साथ पीछे बैठा था। ज्योति भी घायल है। उनकी स्कूटी बेकाबू होकर डिवाइडर पर लगे बिजली के खंभे से जा टकराई थी। घटनावाले दिन ही प्रवीण का बर्थ-डे था। प्रवीण पकौड़ी की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का पेट पाल रहा था। उसके एक बेटा मयंक(12) भी है। कुछ समय पहले नगर निगम ने सेक्टर-22 से उसका ठेला हटा दिया था। सिर पर रोजी-रोटी का संकट देखकर प्रवीण मोहाली जाकर ठेला लगाने लगा था। घटनावाले दिन वो पत्नी और रोहन के साथ रात 12 बजे घर की ओर आ रहा था। रास्ते से उसे अपने बड़े बेटे को मामा के घर से लेना था। तभी रास्ते में सेक्टर-34 में हादसा हो गया। प्रवीण की शादी वर्ष 2004 में ज्योति के साथ हुई थी। हादसे के वक्त वो हेलमेट पहने था, फिर भी मौत उसकी जिंदगी पर भारी पड़ी।

Related Video