Father's Day पर एक IAS की कहानी... जिसने सुधारा 3 लाख बच्चियों का भविष्य
कलक्टर विशाल कहते हैं कक्षा 9 से 12वीं तक चयनित की गई 3 हजार 716 छात्राओं को हाइजीन एम्बेसडर नियुक्त किया है।
वीडियो डेस्क। फादर्स डे पर उस IAS की कहानी जिसने 3 लाख बेटियों को दिया साथ। राजस्थान का वो आईएएस अफसर जो एक दो नहीं तीन लाख से ज्यादा बेटियों के सबसे सख्त समय मैं उनके साथ रहे हैं। महिलाओं के हर महीने वाले आने वाले वो दिन जिनके बारे में बात करने में पुरुष तो क्या महिलाओं को भी संकोच होता है। लेकिन आईएएस राजन विशाल ने महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों को बखूबी रखा। बच्चियां से बात कर उनकी परेशानियों को जाना। स्वच्छता की बात कही। लाखों सेनेटरी नैपकिन बांटे।
वर्तमान में राजन विशाल जयपुर शहर में जिला कलक्टर के पद पर कार्यरत हैं। करीब पांच साल से वे अपने इस पैशन को फॉलो कर रहे हैं। उनका कहना है कि शहरी क्षेत्रों में तो बच्चियां फिर भी अवेयर हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी अवेयरनेस की बहुत जरुरत है। महावारी के समय भी वे कपड़े का इस्तेमाल ही करती हैं। इसी समस्या के कारण हैल्थ इश्यू खड़े हो रहे हैं। कलेक्टर बच्चियों के सवालों के जवाब भी देते हैं...
कलक्टर राजन विशाल का कहना है कि सबसे पहले नागौर से ही प्रयास शुरु किए गए। सरकार का सहयोग भी मिला। जयपुर में करीब एक हजार स्कूलों में सवा लाख से ज्यादा बच्चियों से संवाद कर चुके हैं। जयपुर में तो अभियान ही शुरु कर दिया गया है जिसे नाम दिया गया है... चुप्पी तोड़ो सयानी बनो...।