बदमाशों से अकेले भिड़ गया थानेदार, सामने आया बहादुरी का VIDEO
वीडियो डेस्क। राजस्थान के जोधपुर में एक एसएचओ की बहादुरी का वीडियो सामने आया है। इसमें थानेदार एक बदमाश और उसके सहयोगियों से अकेला ही भीड़ जाता है। यह घटना डांगियावास इलाके के कोकुंडा गांव की है। वहां एक अज्ञात स्कॉर्पियो को देखकर डांगियावास एसएचओ कन्हैया लाल उस वाहन को रुकवाने का प्रयास करते हैं। स्कार्पियो चालक बदमाश सुरजाराम था। वह एनडीपीएस के मामले में जेल में बंद था और पिछले कई दिनों से पैरोल से फरार था। गाड़ी रोकेने पर वह पुलिस से उलझ गया। इस दौरान उसने अपनी स्कॉर्पियो से पुलिस की गाड़ी को कई बार टक्कर भी मारी। लेकिन नीचे उतरने के बाद एसएचओ सुरजाराम और उसके सहयोगियों के बीच संघर्ष शुरू हो गया। सुरजाराम ग्राम वासियों के सामने पुलिस से उलझा और जल्द ही भीड़ जमा हो गई। भीड़ तमाशा देख रही थी लेकिन बदमाश के लोगों के बीच ही एसएचओ कन्हैयालाल उसे उठाकर पुलिस की वैन में डाल देता है। लेकिन इसी दौरान सुरजाराम का साला सोहन वहां हथियार लेकर पहुंच जाता है। बीच बचाव के दौरान वह सुरजाराम को छुड़ाने में कामयाब हो जाता है। वहीं ग्रामीणों का सहयोग नहीं मिलने के चलते सुरजाराम सोहन राम और 2 अन्य बदमाश मौके से फरार हो जाते हैं लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एसएचओ की बहादुरी शहर भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
वीडियो डेस्क। राजस्थान के जोधपुर में एक एसएचओ की बहादुरी का वीडियो सामने आया है। इसमें थानेदार एक बदमाश और उसके सहयोगियों से अकेला ही भीड़ जाता है। यह घटना डांगियावास इलाके के कोकुंडा गांव की है। वहां एक अज्ञात स्कॉर्पियो को देखकर डांगियावास एसएचओ कन्हैया लाल उस वाहन को रुकवाने का प्रयास करते हैं। स्कार्पियो चालक बदमाश सुरजाराम था। वह एनडीपीएस के मामले में जेल में बंद था और पिछले कई दिनों से पैरोल से फरार था। गाड़ी रोकेने पर वह पुलिस से उलझ गया। इस दौरान उसने अपनी स्कॉर्पियो से पुलिस की गाड़ी को कई बार टक्कर भी मारी। लेकिन नीचे उतरने के बाद एसएचओ सुरजाराम और उसके सहयोगियों के बीच संघर्ष शुरू हो गया। सुरजाराम ग्राम वासियों के सामने पुलिस से उलझा और जल्द ही भीड़ जमा हो गई। भीड़ तमाशा देख रही थी लेकिन बदमाश के लोगों के बीच ही एसएचओ कन्हैयालाल उसे उठाकर पुलिस की वैन में डाल देता है। लेकिन इसी दौरान सुरजाराम का साला सोहन वहां हथियार लेकर पहुंच जाता है। बीच बचाव के दौरान वह सुरजाराम को छुड़ाने में कामयाब हो जाता है। वहीं ग्रामीणों का सहयोग नहीं मिलने के चलते सुरजाराम सोहन राम और 2 अन्य बदमाश मौके से फरार हो जाते हैं लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एसएचओ की बहादुरी शहर भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।