करवाचौथ: ये 8 नियम समझ लिए तो पूरा हो जाएगा हर सुहागिन का व्रत, वैवाहिक जीवन होगा सुखमय
वीडियो डेस्क। करवाचौथ का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निराहार व निर्जल व्रत रखती हैं। पूजा का मुहूर्त शाम 6 बजकर 55 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक है। अगर आप भी इस बार व्रत रख रहीं हैं तो ये नियम जरूर जान लें।
वीडियो डेस्क। करवाचौथ का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निराहार व निर्जल व्रत रखती हैं। पूजा का मुहूर्त शाम 6 बजकर 55 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक है। अगर आप भी इस बार व्रत रख रहीं हैं तो ये नियम जरूर जान लें।
करवाचौथ व्रत के नियम
1. करवाचौथ व्रत की शुरुआत सूर्योदय से होती है। उससे पहले महिला कुछ भी खा सकती है। ताकि महिला को दिनभर की एनर्जी मिल सके।
2. इस व्रत को सुहागिन महिलाओं के अलावा वो कन्याएं भी रख सकती हैं, जिनका विवाह तय हो चुका है। कन्याओं को तारों को देखकर व्रत खोलना चाहिए।
3. यदि महिला बीमार है, तो उसकी जगह करवाचौथ का व्रत उसका पति रख सकता है।
4. व्रत वाले दिन कथा सुनना बेहद जरूरी माना गया है। कहा जाता है करवाचौथ की कथा सुनने से अखंड सुहाग का आशीर्वाद मिलता है।
5. व्रत की कथा सुनते समय साबुत अनाज और मिष्ठान साथ रखना चाहिए। कथा सुनने के बाद बहुओं को अपनी सास को बायना देना चाहिए।
6. व्रत वाले दिन महिलाओं को लाल, पीले आदि ब्राइट कलर के वस्त्र पहनने चाहिए। काले और सफेद रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। न ही सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए।
7. पूजा के दौरान ऐसे बैठें कि आपका मुख पूर्व की ओर रहे। पूजा के बाद चंद्र पूजन करें और चांद को अर्घ्य दें।
8. चांद की पूजा करने के बाद पति को तिलक लगाएं। उनकी लंबी उम्र की कामना करें। पैर छूकर आशीर्वाद लें पति के हाथों जल ग्रहण करके व्रत खोलें।