अलर्ट: अब घरों में ही कोरोना फैलने का खतरा, ये एक गलती पड़ सकती है भारी
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया। लोग घरों में कैद हो गए सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। अस्पतालों की चौखट पर ना जाने कितने लोगों ने दम तोड़ दिया। ऑक्सीजन की किल्लत ने पूरे देश को झकझोर दिया था। हालांकि धीरे धीरे चीजें सामान्य हुईं और कोरोना के संक्रमण में कमी आई है।
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया। लोग घरों में कैद हो गए सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। अस्पतालों की चौखट पर ना जाने कितने लोगों ने दम तोड़ दिया। ऑक्सीजन की किल्लत ने पूरे देश को झकझोर दिया था। हालांकि धीरे धीरे चीजें सामान्य हुईं और कोरोना के संक्रमण में कमी आई है। लेकिन कोरोना के मामलों में कमी का मतलब ये नहीं है कि कोरोना खत्म हो गया है या खतरा टल गया है। बिना सावधानी के कोरोना अभी भी अपना रौद्र रूप दिखा सकता है और इस बात सही ठहरा रही है ये स्टडी। जिसमें बोलना और बात करना भी आपके लिए खतरनाक बताया गया है। यानि कि आप घर के अंदर भी सेफ नहीं हैं। घरों में या बंद कमरों में मास्क लगाए बिना बोलने और बातचीत करने से कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का जोखिम सबसे अधिक है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबीटिज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीजेज के एड्रियान बेक्स ने कहा, 'हम सबसे देखा है कि जब लोग बात करते हैं तो थूक की हजारों बूंदे उड़ती हैं लेकिन इनमें से हजारों बूंदें ऐसी होती हैं जिन्हें खुली आंखों से नहीं देखा जा सकता है। बोलते वक्त मुंह से निकलने वाली बूंदें कई घंटों तक हवा में रहती हैं जो किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक हो सकती हैं। और कोरोना को फैलने में मदद कर सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि बात करते समय मुंह पर जरूर मास्क लगाएं।