वो लाखों दुआएं, डॉक्टरों की तमाम कोशिश और 16 करोड़ का इंजेक्शन... फिर भी नहीं रुकीं वेदिका की थमती सांसें
वीडियो डेस्क। 16 करोड़ का इंजेक्शन, लाखों दुआएं भी वेदिका की थमती सांसों को नहीं रोक पाईं। स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से जूझ रही 11 महीने की बच्ची वेदिका शिंदे की मौत हो गई। मासूम बच्ची के ईलाज के लिए देशभर से 16 करोड़ रुपयों की मदद जुटाई गई थी।
वीडियो डेस्क। 16 करोड़ का इंजेक्शन, लाखों दुआएं भी वेदिका की थमती सांसों को नहीं रोक पाईं। स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी से जूझ रही 11 महीने की बच्ची वेदिका शिंदे की मौत हो गई। मासूम बच्ची के ईलाज के लिए देशभर से 16 करोड़ रुपयों की मदद जुटाई गई थी। अमेरिका से 16 करोड़ रुपये की इंजेक्शन मंगवाया गया था, केंद्र सरकार ने इस इंजेक्शन के आयात शुल्क को माफ कर दिया था। लेकिन सारी कोशिशें विफल हो गईं। वेदिका ने रविवार रात को दम तोड़ दिया। वेदिका के इलाज के लिए डेढ़ महीने पर 16 करोड़ का इंजेक्शन लगाया गया था। इंजेक्शन के बाद वेदिका की सेहत में सुधार हो रहा था। लेकिन रविवार को अचानक वेदिका का ऑक्सीजन लेवल गिरा और सांस लेने में तकलीफ होने लगी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वेदिका की जान नहीं बच पाई। 16 करोड़ का इंजेक्शन लेने के बाद भी बच्ची की मौत कैसे हो गई इस बात को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।