क्या आप भी आज तक गलत तरह से लगा रहे थे मां को भोग? जानिए क्या हैं नौ दिन के नौ प्रसाद

वीडियो डेस्क। शारदीय नवरात्रे 17 अक्टूबर से शुरु हो रहे हैं। कोरोना की वजह से इस बार भले ही पर्व मनाने की परंपरा बदल गई हो। माता के लिए पांडाल ना सजाए जा रहे हों लेकिन देवी मां के लिए उनके भक्तों की श्रृदधा कम नहीं हुई है। नवरात्रों के 9 दिन मां की आराधना की जाती है। कहते हैं मां 9 दिन तक धरती पर ही वास करती हैं और भक्तों के आशीर्वाद देती हैं। 9 दिन तक मां के 9 रूपों की पूजा होती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि 9 दिन तक किन चीजों को भोग लगाने से मां प्रसन्न होती है। 

/ Updated: Oct 15 2020, 04:13 PM IST
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वीडियो डेस्क। शारदीय नवरात्रे 17 अक्टूबर से शुरु हो रहे हैं। कोरोना की वजह से इस बार भले ही पर्व मनाने की परंपरा बदल गई हो। माता के लिए पांडाल ना सजाए जा रहे हों लेकिन देवी मां के लिए उनके भक्तों की श्रृदधा कम नहीं हुई है। नवरात्रों के 9 दिन मां की आराधना की जाती है। कहते हैं मां 9 दिन तक धरती पर ही वास करती हैं और भक्तों के आशीर्वाद देती हैं। 9 दिन तक मां के 9 रूपों की पूजा होती हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि 9 दिन तक किन चीजों को भोग लगाने से मां प्रसन्न होती है। 
नवरात्रे के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा का जाती है। शैल पुत्री हिमालय की कन्या हैं। इस दिन मां को गाय के घी का भोग लगाना चाहिए। माना जाता है कि इससे आरोग्य लाभ प्राप्त होता है। 
नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। इस दिन देवी को शक्कर या मिश्री का भोग लगाया जाता है। 
नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस दिन माता को दूध से बने पकवानों का भोग लगाया जाता है।
नवरात्रे के चौथे दिन मां कूष्माणा की पूजा की जाती है। माता का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन मालपुए का भोग लगाया जाता है।
नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस दिन देवी को केले का भोग लगाया जाता है।
नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इस दिन देवी को शहद का भोग लगाया जाता है।
नवरात्र में माता के सातंवे स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। इस दिन देवी को गुड़ या गुड़ से बनीं चीजों का भोग लगाया जाता है। 
नवरात्र के 8 वें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। इस दिन देवी को नारियल का भोग लगाया जाता है। इससे सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
नवरात्र के अंतिम दिन मां के 9 वें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है इस दिन देवी को तिल का भोग लगाया जाता है। इससे परिवार में सुख शांति बनी रहती है।