गंगा आरती के बाद स्वतंत्रदेव सिंह ने ओवैसी पर किया पलटवार, कहा- कुछ लोग भड़काने और गुमराह करने का काम करते हैं
पिछले दिनों यूपी में हिंसा के बाद आरोपियों के घर बुलडोजर चलने पर तल्ख अंदाज में ओवैसी ने कहा था कि अदालतों को बंद कर दें , जज अदालत जाना बंद कर दें क्योंकि यहां सीएम अपराधी तय कर रहे हैं। ओवैसी के इसी बयान को लेकर जब मीडिया ने जलशक्ति मंत्री से उनकी प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि वह भड़काने का काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हिंदू और मुसलमान विकास के लिए और गरीबी के लिए लड़ रहे हैं।
उन्नाव: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने कहा कि राज्य में हिंदू और मुसलमान विकास के लिए और गरीबी के लिए लड़ रहे हैं। उन्नाव दौरे पर आए मंत्री ने यह बात हाल में हुई हिंसा को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर पलटवार करते हुए कही। स्वतंत्र देव ने कहा कि कुछ लोग अराजकता फैलाकर गुमराह कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद हिंदू और मुसलमान शांति से रहना चाहते हैं।
दरअसल, पिछले दिनों यूपी में हिंसा के बाद आरोपियों के घर बुलडोजर चलने पर तल्ख अंदाज में ओवैसी ने कहा था कि अदालतों को बंद कर दें , जज अदालत जाना बंद कर दें क्योंकि यहां सीएम अपराधी तय कर रहे हैं। ओवैसी के इसी बयान को लेकर जब मीडिया ने जलशक्ति मंत्री से उनकी प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि वह भड़काने का काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हिंदू और मुसलमान विकास के लिए और गरीबी के लिए लड़ रहे हैं। मुसलमानों को आवास और राशन मिल रहे हैं. यहां सभी का विकास हो रहा है, कुछ लोग अराजकता फैला कर गुमराह करते हैं, फिर भी यहां के हिंदू और मुसलमान शांति से रहना चाहते हैं। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी नुपूर शर्मा के साथ किस तरह से खड़ी है तो इस सवाल का जवाब दिए बिना वह आगे बढ़ गए।
उधर, मंत्री स्वतंत्र देव ने उन्नाव में MLD STP का निरीक्षण किया. मंत्री ने अधिकारियों को गंगा नदी में पानी बढ़ने के पहले बाढ़ नियंत्रण कार्य को पूरा करने को कहा और उसकी रिपोर्ट मांगी। इसके बाद जलशक्ति मंत्री सरोसी ब्लॉक के रौतापुर गांव में नमामि गंगे योजना के तहत बनाए गए गंगा आरती स्थल पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में जलशक्ति मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार निष्पक्ष काम करती है और देश में कानून का राज है। उन्होंने कहा कि पहले आप देखते थे भ्रष्ट और बेईमान लोग कांग्रेस शासन के मंत्रिमंडल में शामिल हो जाते थे। वहीं, 2014 के बाद जो भी भ्रष्टाचार करते हैं, वे देश के किसी कोने में भाग जाएं, कानून अपना काम करती है।